ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो (Zomato) को बीएसई सेंसेक्स 30 के स्टॉक्स में शामिल कर लिया गया है। यह फैसला एशिया इंडेक्स प्राइवेट लिमिटेड ने बीएसई इंडेक्सों के पुनर्गठन के तहत लिया है। 23 दिसंबर 2024 से जोमैटो सेंसेक्स के 30 प्रमुख शेयरों में जेएसडब्ल्यू स्टील की जगह लेगा। इस ऐतिहासिक कदम के साथ, जोमैटो भारतीय शेयर बाजार के सबसे प्रतिष्ठित सूचकांक का हिस्सा बन जाएगा।
जोमैटो की सेंसेक्स में एंट्री
शुक्रवार, 22 नवंबर को बाजार बंद होने के बाद, एशिया इंडेक्स प्राइवेट लिमिटेड ने सेंसेक्स के पुनर्गठन की घोषणा की। इसके अनुसार, 23 दिसंबर से जोमैटो बीएसई सेंसेक्स 30 और सेंसेक्स 50 दोनों में शामिल होगा। इस बदलाव से यह साबित होता है कि जोमैटो ने भारतीय बाजार में अपना प्रभावशाली प्रदर्शन किया है।
इसके अलावा, यह भी संभावना है कि जोमैटो को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के निफ्टी 50 इंडेक्स में भी शामिल किया जा सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, फरवरी 2025 में निफ्टी इंडेक्स की रीबैलेंसिंग के दौरान जोमैटो को शामिल किए जाने की उम्मीद है। एनएसई ने पहले ही जोमैटो को अपने फ्यूचर एंड ऑप्शंस (F&O) स्टॉक्स में शामिल कर लिया है।
लिस्टिंग के बाद मल्टीबैगर रिटर्न
जोमैटो का आईपीओ जुलाई 2021 में 76 रुपये के इश्यू प्राइस पर आया था। इसके बाद से कंपनी ने अपने निवेशकों को मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। शुक्रवार, 22 नवंबर 2024 को जोमैटो का स्टॉक 264.20 रुपये पर बंद हुआ। इस प्रकार, लिस्टिंग के बाद से कंपनी के स्टॉक ने 250% का शानदार रिटर्न दिया है।
साल 2024 में स्टॉक ने 114% का रिटर्न दिया है।
पिछले तीन वर्षों में जोमैटो ने 300% से अधिक का रिटर्न दिया है।
जोमैटो के स्टॉक का भविष्य
मॉर्गन स्टैनली जैसे ब्रोकरेज हाउस ने जोमैटो के स्टॉक को लेकर सकारात्मक भविष्यवाणी की है। रिपोर्ट के अनुसार, अगले तीन वर्षों में जोमैटो का स्टॉक 500 रुपये के पार जा सकता है।
मॉर्गन स्टैनली ने जोमैटो पर “ओवरवेट” रेटिंग देते हुए इसका टारगेट प्राइस 355 रुपये रखा है।
रिपोर्ट में भारत के रिटेल मार्केट में क्विक कॉमर्स (Quick Commerce) की बढ़ती हिस्सेदारी, कंपनी की मजबूत बैलेंस शीट और फूड डिलीवरी कारोबार के विस्तार को जोमैटो के मजबूत ग्रोथ ड्राइवर्स के रूप में बताया गया है।
जोमैटो 2030 तक बड़ा मुनाफा अर्जित करने की क्षमता रखती है।
कंपनी के ग्रोथ ड्राइवर्स
जोमैटो का विस्तार तेजी से हो रहा है। कंपनी भारत के क्विक कॉमर्स मार्केट में अपनी स्थिति मजबूत कर रही है। फूड डिलीवरी कारोबार में ग्राहकों की बढ़ती संख्या और टेक्नोलॉजी का कुशल उपयोग जोमैटो के लिए बड़ा फायदा साबित हो रहा है।
1. डिजिटल पेनेट्रेशन: भारत में ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग का चलन तेजी से बढ़ रहा है।
2. मजबूत वित्तीय स्थिति: कंपनी के पास मजबूत बैलेंस शीट है, जो भविष्य में निवेश और विस्तार में सहायक होगी।
3. ग्राहक आधार: जोमैटो लगातार नए ग्राहकों को जोड़ रहा है और अपनी सर्विस की गुणवत्ता बढ़ा रहा है।
निफ्टी 50 में शामिल होने की संभावना
जेएम फाइनेंशियल और अन्य ब्रोकरेज फर्म्स का मानना है कि जोमैटो को फरवरी 2025 में निफ्टी 50 में शामिल किया जा सकता है। अगर ऐसा होता है तो यह कंपनी के लिए एक और बड़ी उपलब्धि होगी।
जोमैटो का बीएसई सेंसेक्स 30 में शामिल होना भारतीय शेयर बाजार और कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। निवेशकों के लिए यह एक भरोसेमंद संकेत है कि जोमैटो भारतीय अर्थव्यवस्था के डिजिटल ग्रोथ का प्रमुख हिस्सा बन चुकी है। आने वाले समय में, जोमैटो की ग्रोथ और रिटर्न से इसके शेयरधारकों को और लाभ मिलने की संभावना है।