गाजा सिटी: इजरायल और गाजा के बीच जारी संघर्ष ने पिछले कुछ दिनों में और भयावह रूप ले लिया है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी होने के बाद से इजरायली सेना ने गाजा पर अपने हमले तेज़ कर दिए हैं। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, बीते 48 घंटों में इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 120 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में गाजा सिटी के ज़ेइतून उपनगर में एक ही परिवार के सात सदस्य भी शामिल हैं।
गाजा में मानवीय संकट
गाजा की चिकित्सा सेवाएं पूरी तरह से चरमराई हुई हैं। एक अस्पताल पर हुए हमले में न सिर्फ चिकित्सा उपकरण क्षतिग्रस्त हुए, बल्कि वहां कार्यरत कई स्वास्थ्यकर्मी भी घायल हो गए। गाजा के उत्तरी क्षेत्र में इजरायली सेना ने अपनी बमबारी और घुसपैठ को और अधिक तेज कर दिया है। इजरायली सेना का कहना है कि उनके अभियान का उद्देश्य हमास के लड़ाकों को रोकना है ताकि वे दोबारा संगठित होकर हमला न कर सकें।
हालांकि, स्थानीय निवासियों का मानना है कि इजरायल का असली उद्देश्य गाजा के साथ एक स्थायी “बफर ज़ोन” बनाना हो सकता है। इसके बावजूद इजरायली प्रशासन ने इस दावे को खारिज किया है।
लेबनान में बढ़ता तनाव
गाजा में संघर्ष के बीच, लेबनान में भी स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। शनिवार को बेरूत के मध्य में एक आवासीय इमारत पर इजरायली हवाई हमले में कम से कम 11 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हो गए। इस हमले ने शहर को हिला कर रख दिया, जहां दक्षिणी उपनगरों को भी खाली करने के लिए चेतावनी जारी की गई थी।
इजरायल ने सितंबर के अंत में अपने उग्रवादी विरोधी अभियान को तेज कर दिया था और लेबनान के पूर्व और दक्षिणी क्षेत्रों में हमलों को अंजाम दिया। यह कार्रवाई तब शुरू हुई थी जब सीमा पर गोलीबारी की घटनाएं लगभग एक वर्ष तक सीमित रहीं। अब इजरायल ने अपनी जमीनी सेना को भी इस अभियान में शामिल कर लिया है।
आक्रामकता में वृद्धि
इजरायली सेना ने हमास के गढ़ों को निशाना बनाने के लिए गाजा और बेरूत में बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए हैं। इन हमलों में आम नागरिकों के अलावा, चिकित्सा और राहत कार्य में लगे लोग भी प्रभावित हो रहे हैं। ज़ेइतून उपनगर में मारे गए एक ही परिवार के सात सदस्यों की त्रासदी ने इस संघर्ष की भयावहता को और उजागर कर दिया है।
मानवीय संकट और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
गाजा और लेबनान दोनों में हालात बद से बदतर हो रहे हैं। अस्पतालों की सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हैं, और राहत कार्य लगभग ठप हो गए हैं। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने इजरायल और हमास दोनों से संयम बरतने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य मानवीय संस्थाओं ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता लाने के लिए तुरंत बातचीत शुरू करने की मांग की है।
स्थानीय लोगों का दर्द
गाजा और बेरूत दोनों जगहों के स्थानीय नागरिकों के लिए जीवन हर गुजरते दिन के साथ कठिन होता जा रहा है। बमबारी के कारण लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की तलाश में पलायन कर रहे हैं। स्कूल, अस्पताल और आवासीय क्षेत्र निशाने पर हैं, जिससे लोग दहशत में जी रहे हैं।
गाजा और लेबनान में बढ़ती हिंसा ने पूरे क्षेत्र को एक गंभीर मानवीय संकट की ओर धकेल दिया है। जहां इजरायली सेना इसे सुरक्षा अभियान के रूप में देखती है, वहीं इसके परिणामस्वरूप हजारों निर्दोष लोगों की जान जोखिम में पड़ गई है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को जल्द से जल्द इस संघर्ष को समाप्त करने और एक स्थायी समाधान खोजने के लिए हस्तक्षेप करना होगा, ताकि क्षेत्र में शांति और स्थिरता वापस लाई जा सके।