भारतीय क्रिकेट टीम के युवा स्टार ओपनर यशस्वी जायसवाल ने पर्थ में खेले जा रहे टेस्ट मैच में अपनी शानदार बल्लेबाजी से इतिहास रच दिया। यशस्वी ने अपनी दूसरी पारी में 161 रनों की शानदार पारी खेलते हुए ऑस्ट्रेलियाई धरती पर अपना पहला शतक बनाया। यह शतक न केवल यशस्वी के लिए एक व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि टीम इंडिया को मजबूत स्थिति में पहुंचाने में भी अहम साबित हुआ।
मैराथन पारी: संयम और आक्रमण का अनूठा संगम
यशस्वी ने 297 गेंदों की अपनी इस पारी में 15 चौके और 3 छक्के जड़े। शतक तक पहुंचने के लिए उन्होंने 205 गेंदों का सामना किया और इसे छक्के के साथ पूरा किया। पर्थ टेस्ट में यशस्वी का यह शतक उनकी बल्लेबाजी क्षमता और मानसिक मजबूती का एक बेहतरीन उदाहरण है। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों, खासकर जोश हेजलवुड और पैट कमिंस के खिलाफ संयम दिखाते हुए रन बटोरे। उनका अपर कट छक्का, जिसने उन्हें यह ऐतिहासिक शतक दिलाया, क्रिकेट फैंस के लिए यादगार पल बन गया।
यशस्वी के रिकॉर्ड और उपलब्धियां
यशस्वी का यह टेस्ट करियर का चौथा शतक है, और हर बार उन्होंने 150 से अधिक रनों की पारी खेली है।
- डोमिनिका (वेस्टइंडीज) में डेब्यू पर: 171 रन (जुलाई 2023)।
- वाइजैग (इंग्लैंड) में: फरवरी 2024 में 209 रन।
- राजकोट (इंग्लैंड) में: फरवरी 2024 में नाबाद 214 रन।
- पर्थ (ऑस्ट्रेलिया) में: 161 रन।
यशस्वी का यह प्रदर्शन बताता है कि वे बड़े मैचों में टीम के लिए लंबी पारी खेलने का माद्दा रखते हैं।
केएल राहुल और यशस्वी की ऐतिहासिक साझेदारी
यशस्वी और केएल राहुल ने पहले विकेट के लिए 201 रनों की साझेदारी की, जो ऑस्ट्रेलिया में किसी भी भारतीय ओपनिंग जोड़ी का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। केएल राहुल ने 77 रन बनाए और इस दौरान 176 गेंदों का सामना किया। उनकी पारी में 5 चौके शामिल थे। यह साझेदारी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं थी, और भारतीय टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाने में अहम रही।
यशस्वी के शतक से जुड़े 8 बड़े कीर्तिमान
- ऑस्ट्रेलिया में 200 रन बनाने वाली पहली भारतीय ओपनिंग जोड़ी
यशस्वी और केएल राहुल ने मिलकर पहली बार ऑस्ट्रेलिया में एक टेस्ट पारी में 200 से अधिक रन बनाए। - ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट शतक बनाने वाले सबसे युवा भारतीय ओपनर
यशस्वी ने यह उपलब्धि 22 साल की उम्र में हासिल की। - हर शतक में 150+ का आंकड़ा छूने वाले भारतीय बल्लेबाज
यशस्वी ने अपने हर टेस्ट शतक को 150 रनों के पार ले जाकर अपनी क्षमता का परिचय दिया। - पर्थ में शतक लगाने वाले पहले भारतीय ओपनर
इससे पहले किसी भारतीय ओपनर ने पर्थ की तेज और उछालभरी पिच पर शतक नहीं लगाया था। - टेस्ट क्रिकेट में चौथे शतक तक सबसे तेज पहुंचने वाले भारतीय ओपनर
यशस्वी ने अपने टेस्ट करियर के सिर्फ 9वें मैच में चौथा शतक जड़ दिया। - पर्थ में विदेशी बल्लेबाज द्वारा सबसे धीमा लेकिन संयमित शतक
205 गेंदों में शतक पूरा करते हुए उन्होंने संयम और तकनीक का प्रदर्शन किया। - ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के लिए सबसे बड़ी साझेदारी में शामिल ओपनिंग जोड़ी
201 रनों की यह साझेदारी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक नया मील का पत्थर है। - दूसरी पारी में शतक जड़ने वाले युवा भारतीय बल्लेबाजों में शामिल
मुश्किल परिस्थितियों में दूसरी पारी में शतक जड़ना यशस्वी की मानसिक मजबूती को दर्शाता है।
ड्रेसिंग रूम में खुशी की लहर
यशस्वी के शतक के बाद ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी। उनका जश्न मनाने का अंदाज, जिसमें उन्होंने हेलमेट उतारकर हाथ ऊपर उठाए, सभी के दिलों को छू गया।
यशस्वी की पारी का महत्व
यशस्वी की इस पारी ने भारत को पर्थ टेस्ट में एक मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया है। उनकी पारी ने यह भी साबित कर दिया कि वे सिर्फ एक युवा प्रतिभा नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य हैं। ऑस्ट्रेलिया जैसी कठिन परिस्थितियों में उन्होंने अपनी तकनीक और धैर्य का प्रदर्शन करते हुए यह साबित कर दिया कि वे बड़ी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।