महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजों में भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। महायुति ने कुल 231 सीटों पर विजय प्राप्त कर सत्ता में अपनी पकड़ और मजबूत कर ली है। इस जीत ने जहां महायुति के खेमे में जश्न का माहौल बना दिया है, वहीं विपक्षी महाविकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन को बड़ा झटका लगा है। विपक्षी दल शिवसेना (उद्धव गुट), कांग्रेस और एनसीपी (शरद पवार गुट) हार से निराश हैं और चुनाव नतीजों पर सवाल उठा रहे हैं।
महायुति की शानदार जीत
महायुति में शामिल भाजपा, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजीत पवार गुट की एनसीपी ने मिलकर राज्य में ऐतिहासिक प्रदर्शन किया।
- भाजपा ने 133 सीटों पर जीत दर्ज की।
- शिंदे गुट ने 57 सीटों पर कब्जा जमाया।
- एनसीपी के अजीत पवार गुट ने 41 सीटें जीतीं।
उद्धव गुट का आरोप: ‘बेईमानी की जीत’
शिवसेना (उद्धव गुट) ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में चुनाव परिणामों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। लेख में इस जीत को “बेईमानी की जीत” और “अडानी राष्ट्र की साजिश” करार दिया गया है। शिवसेना ने आरोप लगाया कि यह परिणाम महाराष्ट्र की जनता के जनादेश को नहीं दर्शाता।
‘सामना’ में लिखे गए प्रमुख बिंदु:
- ‘सरकार के खिलाफ असंतोष, फिर भी जीत’
लेख में कहा गया है कि राज्य की सरकार के खिलाफ भारी असंतोष था, बावजूद इसके शिंदे गुट और अजीत पवार गुट ने बड़ी संख्या में सीटें जीत लीं। यह नतीजा महाराष्ट्र की जनता की स्वाभिमानी छवि पर आघात है। - किसानों की समस्याओं का जिक्र
शिवसेना ने किसानों की आत्महत्या, प्याज-टमाटर फेंकने और बेरोजगारी का जिक्र करते हुए भाजपा सरकार पर हमला बोला। लेख में सवाल उठाया गया कि ऐसी परिस्थितियों में सरकार के प्रति जनता का प्रेम कैसे संभव है। - ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारे पर सवाल
लेख में भाजपा के प्रचार अभियान ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ की आलोचना की गई। शिवसेना ने चुनाव आयोग पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया और कहा कि इस तरह के प्रचार ने समाज में जहर घोलने का काम किया।
गौतम अडानी और चुनावी साजिश के आरोप
शिवसेना ने भाजपा की जीत को ‘अडानी राष्ट्र की साजिश’ बताया।
- लेख में लिखा गया कि अमेरिका में गौतम अडानी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बावजूद भाजपा उनके भ्रष्टाचार की पैरवी कर रही है।
- अडानी की कथित भूमिका पर सवाल उठाते हुए शिवसेना ने कहा कि महाराष्ट्र की सार्वजनिक संपत्तियों को उनकी जेब में डालने की साजिश रची गई।
महाविकास अघाड़ी की हार: मंथन जारी
महाविकास अघाड़ी की हार ने विपक्ष को आत्ममंथन के लिए मजबूर कर दिया है।
- कांग्रेस और शरद पवार गुट के नेताओं ने भाजपा की रणनीतियों और जनता के रुझान पर विचार-विमर्श शुरू कर दिया है।
- उद्धव ठाकरे, शरद पवार और कांग्रेस नेताओं ने अपनी हार को जनता की भावनाओं के विपरीत बताया है।
शिवसेना का भाजपा पर हमला
शिवसेना ने महायुति को “राजनीतिक गद्दारों का समूह” करार दिया।
- लेख में कहा गया कि भाजपा ने पैसे और सत्ता के दम पर चुनाव को प्रभावित किया।
- “अगर चुनाव पैसों से जीतने हैं तो लोकतंत्र को ताला लगा देना चाहिए,” शिवसेना ने कटाक्ष किया।
भविष्य की राजनीति पर सवाल
महाराष्ट्र के इस चुनाव परिणाम ने राज्य में राजनीति की दिशा बदल दी है। भाजपा और उसके सहयोगी जहां अगले चुनावों की तैयारी में जुटेंगे, वहीं महाविकास अघाड़ी को अपनी रणनीतियों में बदलाव करना होगा।