अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिक जय भट्टाचार्य को देश के प्रमुख स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थान, ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ’ (एनआईएच) का निदेशक नियुक्त किया है। इसके साथ ही भट्टाचार्य ट्रंप प्रशासन में शीर्ष प्रशासनिक पद पर नियुक्त होने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी बन गए हैं। यह नियुक्ति अमेरिकी चिकित्सा और स्वास्थ्य अनुसंधान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण मानी जा रही है, और यह राष्ट्रपति ट्रंप की सरकार के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
ट्रंप ने की घोषणा
ट्रंप ने एक बयान में कहा, “मुझे जय भट्टाचार्य, एम.डी., पी.एच.डी. को एनआईएच के निदेशक के रूप में नामित करने की खुशी हो रही है। डॉ. भट्टाचार्य रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर के साथ मिलकर राष्ट्र के चिकित्सा अनुसंधान की दिशा में मार्गदर्शन करेंगे और स्वास्थ्य में सुधार लाने तथा लोगों का जीवन बचाने वाले महत्वपूर्ण खोजों को प्रोत्साहित करेंगे।”
इसके अलावा, ट्रंप ने जैमीसन ग्रीर को अमेरिका व्यापार प्रतिनिधि (यूएसटीआर) और केविन ए. हैसेट को ‘व्हाइट हाउस’ राष्ट्रीय आर्थिक परिषद का निदेशक नियुक्त किया है। केविन ए. हैसेट को विशेष रूप से 2017 में कर कटौती और रोजगार अधिनियम के पारित होने में उनके योगदान के लिए सराहा गया है।
जय भट्टाचार्य का शैक्षिक और पेशेवर पृष्ठभूमि
जय भट्टाचार्य का जन्म 1968 में पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में हुआ था। उन्होंने अपनी मेडिकल डिग्री 1997 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मेडिसिन से प्राप्त की थी। इसके बाद, 2000 में उन्होंने इसी विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी की डिग्री भी हासिल की। वे 2011 से स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पॉलिसी प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं और इस समय वे नेशनल ब्यूरो ऑफ इकोनॉमिक रिसर्च में शोध सहयोगी भी हैं।
उनके पास हेल्थ और वृद्धावस्था की जनसांख्यिकी से संबंधित अध्ययन के अलावा, अर्थशास्त्र केंद्र के निदेशक का भी पद है। उनकी विशेषज्ञता स्वास्थ्य नीति, सार्वजनिक स्वास्थ्य और अर्थशास्त्र के संलयन में है, और उन्होंने स्वास्थ्य से संबंधित कई महत्वपूर्ण शोध प्रकाशित किए हैं।
कोरोना महामारी पर उनके शोध
जय भट्टाचार्य के शोध में कोरोना महामारी पर किए गए जटिल अध्ययन भी शामिल हैं। उन्होंने महामारी विज्ञान, संक्रमण की घातकता और लॉकडाउन नीतियों के प्रभाव पर विस्तृत शोध किया है। उनके काम ने महामारी से निपटने की रणनीतियों पर महत्वपूर्ण दृष्टिकोण प्रदान किया है, और उनके अध्ययन अमेरिका सहित दुनियाभर में स्वास्थ्य नीति निर्धारण में मददगार साबित हुए हैं।
भट्टाचार्य का योगदान और भविष्य
एनआईएच के निदेशक के रूप में जय भट्टाचार्य का योगदान अमेरिका में चिकित्सा अनुसंधान की दिशा को नया मोड़ दे सकता है। उनका लक्ष्य स्वास्थ्य में सुधार लाना और नई चिकित्सा खोजों को बढ़ावा देना है, जो लोगों के जीवन को बचाने में सहायक हो सकती हैं। उनके नेतृत्व में, एनआईएच उन क्षेत्रों में प्रगति कर सकता है जो वर्तमान समय में स्वास्थ्य और चिकित्सा अनुसंधान के लिए महत्वपूर्ण हैं।
यह नियुक्ति न केवल जय भट्टाचार्य के लिए एक व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए भी गर्व का पल है। उनकी कार्यशैली और शोध ने उन्हें इस महत्वपूर्ण पद तक पहुंचाया है, और उम्मीद जताई जा रही है कि वे अपने नेतृत्व में चिकित्सा अनुसंधान को नए स्तर पर ले जाएंगे।