महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर मंथन जारी, फैसले की प्रतीक्षा
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम सामने आए एक हफ्ते से अधिक समय हो चुका है, लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर अभी तक भाजपा, शिवसेना और एनसीपी के बीच अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका है। पहले खबरें आई थीं कि शुक्रवार की शाम महायुति (भा.ज.पा., शिवसेना, एनसीपी) की बैठक हो सकती है, लेकिन अब सूत्रों के अनुसार, इस बैठक को रद्द कर दिया गया है। अब जानकारी मिल रही है कि पहले भाजपा विधायक दल की बैठक होगी, जिसके बाद महायुति की संयुक्त बैठक होगी। इस बैठक के दौरान मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार तय किया जा सकता है। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, 1 या 2 दिसंबर को मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान हो सकता है।
बीजेपी विधायक दल की बैठक और मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान
मौजूदा स्थिति के अनुसार, पहले भाजपा विधायक दल की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें पार्टी अपने नेता का चयन करेगी। इसके बाद महायुति की संयुक्त बैठक होगी, जिसमें भाजपा, शिवसेना और एनसीपी के नेता एकजुट होकर निर्णय लेंगे। दिल्ली से आनेवाले दोनों पर्यवेक्षक के साथ 1 और 2 दिसंबर के बीच मुख्यमंत्री का नाम घोषित किया जा सकता है। भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद महायुति की बैठक को अंतिम रूप दिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा विधायक दल की बैठक में पार्टी नेता और संभावित मुख्यमंत्री उम्मीदवार पर चर्चा होगी।
शिवसेना का बयान और मुख्यमंत्री पद पर स्थिति
इससे पहले शिवसेना के नेताओं ने यह कहा था कि महायुति की बैठक में एकनाथ शिंदे के उपमुख्यमंत्री पद को लेकर निर्णय लिया जाएगा। शिवसेना नेता संजय शिरसाठ ने कहा था कि एकनाथ शिंदे सरकार में उपमुख्यमंत्री पद पर बने रह सकते हैं और इस बैठक में विभागों पर भी चर्चा होने वाली थी। हालांकि, अब तक मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान नहीं हुआ है। शिवसेना के एक अन्य नेता दीपक केसरकर ने कहा कि शिवसेना महायुति के साथ है और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आश्वासन दिया है कि एकनाथ शिंदे का उचित सम्मान किया जाएगा।
अमित शाह और महायुति नेताओं की बैठक
गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महायुति के प्रमुख नेताओं के साथ एक अहम बैठक की थी। बैठक में भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस, शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और एनसीपी नेता अजित पवार शामिल हुए। इस बैठक के बाद सूत्रों ने जानकारी दी थी कि एकनाथ शिंदे और अजित पवार, फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाने पर सहमत हो गए हैं। बैठक में भाजपा ने यह सुनिश्चित किया था कि एकनाथ शिंदे को उनका उचित सम्मान मिलेगा और उनके विचारों को अहमियत दी जाएगी।
मुख्यमंत्री पद पर विवाद और पार्टी रणनीतियां
मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रहे इस मंथन के बीच विभिन्न दलों के नेताओं के बीच बयानबाजी का दौर भी जारी है। भाजपा और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर बातचीत चल रही है, जबकि एनसीपी की भूमिका भी अहम बनी हुई है। महाराष्ट्र की सियासत में एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर चर्चा काफी गर्माई हुई है। शिंदे, जो शिवसेना के वरिष्ठ नेता हैं और जो फिलहाल मुख्यमंत्री पद के लिए प्रमुख उम्मीदवार माने जा रहे हैं, ने पहले भी अपनी स्थिति स्पष्ट की थी कि पार्टी और गठबंधन के हित में निर्णय लिया जाएगा।
शिवसेना की रणनीति
शिवसेना का यह कहना है कि पार्टी महायुति के साथ खड़ी है और उनका प्रमुख उद्देश्य गठबंधन सरकार की स्थिरता बनाए रखना है। पार्टी के वरिष्ठ नेता इस बात पर जोर दे रहे हैं कि एकनाथ शिंदे का सम्मान किया जाएगा और सरकार में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी। इस समय एकनाथ शिंदे के समर्थकों ने सतारा में अपने गृह जिले का दौरा भी करने का निर्णय लिया है, जिससे उनके रुख को स्पष्ट किया जा सके।
मुख्यमंत्री का फैसला कब होगा?
अब तक की स्थिति से यह संकेत मिल रहे हैं कि 1 और 2 दिसंबर के आसपास मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान किया जा सकता है। इस समय भाजपा विधायक दल की बैठक आयोजित होगी, जिसमें पार्टी अपने नेता का चयन करेगी, फिर महायुति की बैठक होगी। बैठक के बाद ही यह तय होगा कि महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री के रूप में किस नेता का नाम तय किया जाएगा।
सभी दलों के नेताओं के बीच बढ़ती बैठकों और विचार-विमर्श के बावजूद मुख्यमंत्री पद का फैसला अब तक नहीं हो पाया है, लेकिन माना जा रहा है कि आगामी दिनों में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।