चंडीगढ़ के दो क्लबों के बाहर बम फेंकने वाले आरोपियों और पुलिस के बीच शुक्रवार शाम हिसार में मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में दोनों आरोपियों के पैरों में गोलियां लगीं। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों को हिसार के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। आरोपियों को पकड़ने के लिए चंडीगढ़ पुलिस और हिसार की एसटीएफ ने मिलकर एक साझा ऑपरेशन चलाया।
मुठभेड़ के दौरान, दो एएसआई (संदीप और अनुप) बाल-बाल बच गए क्योंकि उन्होंने बुलेटप्रूफ जैकेट पहन रखी थी। आरोपियों की फायरिंग से जैकेट पर गोलियां लगीं, लेकिन वे सुरक्षित रहे। पुलिस ने आरोपियों के पास से ऑटोमैटिक पिस्तौल भी बरामद की है।
आरोपियों ने कबूला: गोल्डी बराड़ के आदेश पर फेंके थे बम
प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के सहयोगी गोल्डी बराड़ के निर्देश पर क्लब के बाहर बम फेंके थे। घटना के बाद गोल्डी बराड़ ने इस हमले की जिम्मेदारी सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर ली थी, हालांकि कुछ समय बाद उसने वह पोस्ट हटा दी।
आरोपी कबड्डी खिलाड़ी, एक दसवीं पास और दूसरा ग्रेजुएट
आरोपियों की पहचान अजीत (खरड़ गांव निवासी) और विनय (देवा गांव, हिसार निवासी) के रूप में हुई है। दोनों आरोपी कबड्डी के खिलाड़ी हैं। विनय बीए पास है, जबकि अजीत केवल दसवीं तक पढ़ा हुआ है। अजीत पर पहले से ही आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज है।
चंडीगढ़ पुलिस की टीम हिसार पहुंची
घटना की गंभीरता को देखते हुए चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर ने जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया। इसमें क्राइम ब्रांच, ऑपरेशन सेल और जिला क्राइम सेल के अधिकारी शामिल थे। गुरुवार को जांच टीम ने आरोपियों की पहचान कर ली थी और उनकी तलाश में हिसार पहुंची। वहां टीम को हिसार एसटीएफ का भी सहयोग मिला।
बाइक फिसली, पैदल भागने लगे आरोपी
शुक्रवार शाम करीब 8 बजे दोनों आरोपी बाइक पर हिसार से पीरांवाली गांव की ओर जा रहे थे। सूचना मिलते ही पुलिस ने उनका पीछा किया। अजीत बाइक चला रहा था, लेकिन कीचड़ के कारण उनकी बाइक फिसल गई। इसके बाद दोनों आरोपी पैदल भागने लगे।
पुलिस पर की फायरिंग, जवाबी कार्रवाई में हुए घायल
पुलिस ने जब उनका पीछा किया तो आरोपियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इस पर पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें दोनों आरोपियों के पैरों में गोलियां लगीं। घायल होने के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया।
आरोपियों से बरामद हथियार
पुलिस ने आरोपियों के पास से ऑटोमैटिक पिस्तौल बरामद की है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी किसी बड़े आपराधिक गिरोह से जुड़े हुए हैं। पुलिस को अब भी इनसे और जानकारी मिलने की उम्मीद है, जिससे गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के नेटवर्क का भंडाफोड़ हो सके।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने बताया कि आरोपियों को जल्द ही अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा। साथ ही, इस मामले से जुड़े अन्य पहलुओं की जांच के लिए पुलिस उनके साथियों और पूरे नेटवर्क की जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है।