दुबई भारतीय पर्यटकों के लिए हमेशा से एक पसंदीदा डेस्टिनेशन रहा है। छुट्टियों में भारतीय बड़ी संख्या में दुबई की यात्रा करते हैं। लेकिन अब दुबई जाना पहले जितना आसान नहीं रहेगा। खासतौर पर उन लोगों के लिए, जो परिवार सहित वहां रहने की योजना बना रहे हैं या अपने रिश्तेदारों और दोस्तों से मिलने के लिए यात्रा करते हैं।
8 दिसंबर से लागू होंगे नए नियम
दुबई वीजा के लिए अब भारतीय पर्यटकों को पहले से अधिक कड़े दस्तावेज जमा करने होंगे। नए नियम 8 दिसंबर से लागू हो जाएंगे। जिन पर्यटकों की दुबई यात्रा के दौरान रिश्तेदारों या दोस्तों के यहां ठहरने की योजना है, उन्हें वीजा आवेदन के साथ निम्नलिखित दस्तावेज देने होंगे:
1. मेजबान का रेंटल एग्रीमेंट
2. एमिरेट्स आईडी की कॉपी
3. निवास वीजा की प्रति
4. मेजबान का संपर्क विवरण
वहीं, जो पर्यटक होटल में ठहरने की योजना बना रहे हैं, उन्हें होटल बुकिंग की डिटेल्स और वापसी की टिकट अनिवार्य रूप से जमा करनी होगी।
शॉपिंग फेस्टिवल के बीच नई चुनौतियां
8 दिसंबर से 14 जनवरी तक दुबई शॉपिंग फेस्टिवल का आयोजन होता है, जो भारतीय पर्यटकों के लिए आकर्षण का बड़ा केंद्र है। लेकिन नए नियमों के चलते, उन लोगों के लिए चुनौती बढ़ जाएगी, जो अपने मेजबान रिश्तेदारों के पास रुकने की योजना बना रहे हैं।
होटल का खर्च बढ़ाएगा ट्रिप का बजट
जिन लोगों को अपने मेजबान से जरूरी दस्तावेज नहीं मिल पाएंगे, उन्हें होटल में रुकना पड़ेगा। दुबई में होटल का खर्च एक रात के लिए ₹20,000 से ₹1,00,000 तक हो सकता है। इससे यात्रा का बजट काफी बढ़ जाएगा। लोग शॉपिंग और अन्य मनोरंजन गतिविधियों में कटौती करने को मजबूर होंगे।
संवेदनशील दस्तावेज साझा करने में हिचकिचाहट
मेजबान को अपनी एमिरेट्स आईडी और रेंटल एग्रीमेंट जैसे संवेदनशील दस्तावेज साझा करने में झिझक हो सकती है। इसके कारण कई पर्यटक अपने परिचितों के यहां ठहरने के बजाय होटल में रुकने पर मजबूर हो सकते हैं।
पर्यटकों की संख्या में कमी की संभावना
नए नियमों का सबसे अधिक असर क्रिसमस और न्यू ईयर की छुट्टियों में दुबई जाने वाले भारतीयों पर पड़ेगा। हर साल इस दौरान बड़ी संख्या में भारतीय दुबई जाते हैं, लेकिन नए दस्तावेजों की अनिवार्यता के चलते कई लोगों को अपनी यात्रा स्थगित या रद्द करनी पड़ सकती है।
दुबई के लिए कठिन समय
दुबई की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर काफी निर्भर है। नए नियमों के चलते पर्यटकों की संख्या में कमी आने की संभावना है। हालांकि होटल और अन्य सेवाओं से दुबई को अतिरिक्त राजस्व मिल सकता है, लेकिन रिश्तेदारों के पास रुकने वाले पर्यटकों की संख्या में गिरावट दर्ज हो सकती है।
नए वीजा नियम दुबई यात्रा को जटिल और महंगा बना सकते हैं। इससे न केवल पर्यटकों की संख्या में कमी आएगी, बल्कि भारतीयों की दुबई यात्रा का बजट भी प्रभावित होगा। ऐसे में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि ये नियम दुबई के पर्यटन उद्योग को कैसे प्रभावित करते हैं।