पंजाब में हाल ही में हुए उपचुनावों में निर्वाचित चार नए विधायकों में से तीन विधायकों ने आज अपने पद की शपथ ली। 20 नवंबर को संपन्न हुए उपचुनावों में चार विधायकों का चयन हुआ था। इनमें से तीन विधायक आम आदमी पार्टी (AAP) के हैं, जबकि एक विधायक कांग्रेस पार्टी से हैं। शपथ ग्रहण समारोह पंजाब विधानसभा भवन, चंडीगढ़ में आयोजित किया गया।
आम आदमी पार्टी के विजयी विधायकों में गिद्दड़बाहा से हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों, डेरा बाबा नानक से गुरदीप सिंह रंधावा, और चब्बेवाल से ईशांक कुमार चब्बेवाल ने विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां के समक्ष शपथ ली। इस मौके पर मुख्यमंत्री भगवंत मान भी उपस्थित रहे।
आम आदमी पार्टी का बढ़ता दबदबा
उपचुनावों में तीन सीटों पर जीत हासिल करने के बाद आम आदमी पार्टी ने अपनी विधानसभा सीटों की संख्या बढ़ाकर 95 कर ली है। यह पार्टी पंजाब विधानसभा में पहले से ही बहुमत में है। वहीं, कांग्रेस पार्टी, जिसने चब्बेवाल से एक सीट पर जीत दर्ज की, अब विधानसभा में 16 विधायकों तक सीमित रह गई है।
शपथ ग्रहण समारोह के मुख्य अंश
शपथ ग्रहण के दौरान, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने नवनिर्वाचित विधायकों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह जीत पार्टी के विकास मॉडल और जनता के विश्वास का प्रमाण है। उन्होंने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी पंजाब में विकास कार्यों और पारदर्शी शासन के प्रति प्रतिबद्ध है।
कांग्रेस की स्थिति में गिरावट
कांग्रेस, जो एक समय पंजाब की प्रमुख राजनीतिक पार्टी थी, अब सिमटकर 16 सीटों पर रह गई है। हालांकि कांग्रेस ने चब्बेवाल सीट जीतकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, लेकिन पार्टी को अपनी गिरती राजनीतिक स्थिति को लेकर गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
राजनीतिक समीकरण और भविष्य की दिशा
पंजाब में आम आदमी पार्टी की मजबूती से विपक्षी दलों, विशेषकर कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के लिए नई चुनौतियां खड़ी हो गई हैं। आगामी दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि विपक्षी दल अपने आधार को मजबूत करने के लिए क्या कदम उठाते हैं।
शपथ ग्रहण के साथ ही पंजाब की राजनीति में आम आदमी पार्टी का दबदबा और अधिक स्पष्ट हो गया है।