पंजाब के प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने देशभर में पहली बार ऑनलाइन एनआरआई मिलनी आयोजित की। इस विशेष पहल के तहत प्रवासी भारतीयों से 85 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से अधिकांश शिकायतों को मंत्री ने संबंधित सिविल और पुलिस अधिकारियों को मौके पर ही निर्देश देकर समाधान के लिए अग्रेषित किया। शेष शिकायतों का जल्द से जल्द निपटारा सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए।
हर महीने होगी एनआरआई मिलनी
मंत्री ने घोषणा की कि प्रवासी भारतीयों की समस्याओं के समाधान के लिए हर महीने के पहले हफ्ते में ऑनलाइन एनआरआई मिलनी आयोजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि अगली एनआरआई मिलनी 6 जनवरी 2025 को आयोजित की जाएगी। धालीवाल ने कहा कि सरकार प्रवासी पंजाबियों की शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाने के लिए ठोस कदम उठा रही है, ताकि बिना किसी परेशानी के उनकी समस्याओं का समयबद्ध और प्रभावी समाधान किया जा सके।
मुख्य शिकायतें और समाधान प्रक्रिया
मंत्री ने बताया कि प्रवासी भारतीयों की अधिकांश शिकायतें राजस्व और पुलिस विभाग से संबंधित थीं। इनमें से लगभग 20% शिकायतें विभिन्न अदालतों में सुनवाई के अधीन हैं। धालीवाल ने राज्य के सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नरों और जिला पुलिस प्रमुखों को निर्देश दिए कि वे प्रवासी पंजाबियों की शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर हल करें।
विशेषज्ञों और अधिकारियों की उपस्थिति
इस ऑनलाइन मिलनी के दौरान एनआरआई मामलों के प्रमुख सचिव दिलीप कुमार, जलंधर के कमिश्नर और एनआरआई सभा, पंजाब के सचिव प्रदीप सभरवाल, एनआरआई सभा की चेयरपर्सन परमिंदर कौर, एनआरआई डीआईजी राजपाल सिंह संधू, एआईजी अजिंदर सिंह सहित एनआरआई विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
मंत्री ने जोर देकर कहा कि एनआरआई समुदाय का पंजाब के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है और उनकी समस्याओं का समाधान सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि यह पहल प्रवासी पंजाबियों का विश्वास बढ़ाने और उनके साथ मजबूत संबंध स्थापित करने का एक कदम है।
सरकार की इस नई पहल को प्रवासी भारतीयों की शिकायतों के शीघ्र समाधान और उनके साथ सरकारी तंत्र को अधिक सुलभ बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।