पंजाब पुलिस को नशे के खिलाफ चल रही निर्णायक लड़ाई में एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। काउंटर इंटेलिजेंस (सीआई), अमृतसर ने तीन नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से 5 किलो हेरोइन और 4.45 लाख रुपये की ड्रग मनी बरामद की है। इस सफलता ने न केवल पंजाब, बल्कि पूरे देश में नशे की तस्करी के खिलाफ पुलिस की मुहिम को और भी मजबूती दी है।
पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान हुसनप्रीत सिंह (प्राइम सिटी, छेहरटा, अमृतसर), करनदीप सिंह उर्फ मन्ना और मनिंदर सिंह (दोनों निवासी अटारी मंडी, अमृतसर) के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके कब्जे से 5 किलो हेरोइन और 4.45 लाख रुपये की ड्रग मनी के अलावा, दो मोटरसाइकिलें भी जब्त की हैं। इनमें से एक होंडा एक्टिवा (पी बी 02 डी के 8780) और दूसरी हीरो डीलक्स एच एफ (पी बी 02 ई 5854) है, जिन पर ये तस्कर सवार थे।
डीजीपी यादव के अनुसार, सीआई अमृतसर की टीम को पुख्ता सूचना मिली थी कि करनदीप सिंह और मनिंदर सिंह हेरोइन की तस्करी में शामिल हैं। जानकारी मिली थी कि उन्होंने हाल ही में पाकिस्तान से तस्करों द्वारा ड्रोन के जरिए भेजी गई एक बड़ी खेप प्राप्त की थी, जिसे वे आगे हुसनप्रीत सिंह को सप्लाई करने वाले थे। यह ड्रग खेप अमृतसर-अटारी रोड पर पंजाबी बाग पैलेस के पास पहुंचाई जाने वाली थी, और हुसनप्रीत सिंह अपनी काले रंग की हीरो डीलक्स एच एफ मोटरसाइकिल पर वहां पहुंचने वाला था।
सीआई अमृतसर ने इस जानकारी के आधार पर एक विशेष नाका लगाया और पूरी मुस्तैदी से कार्रवाई की। टीम ने अटारी रोड पर पंजाबी बाग रिज़ॉर्ट के पास तस्करों को हेरोइन और ड्रग मनी के साथ गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद, पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ शुरू की और उनका रैकेट तोड़ा। डीजीपी ने आगे बताया कि इस मामले में आगे-पीछे के संबंध स्थापित करने और पाकिस्तानी तस्करों की पहचान करने के लिए जांच जारी है।
पुलिस ने इस पूरे मामले में एनडीपीएस एक्ट की धारा 21, 25 और 29 के तहत एफआईआर नंबर 67, दिनांक 04.12.2024 को थाना स्पेशल ऑपरेशन सेल (एसएसओसी), अमृतसर में दर्ज की है। इसके अलावा, आरोपियों से ड्रग मनी की बरामदगी के कारण एफआईआर में एनडीपीएस एक्ट की धारा 27-ए भी जोड़ दी गई है। डीजीपी गौरव यादव ने इस सफलता को नशे के खिलाफ पुलिस की मुहिम की एक बड़ी जीत बताया और कहा कि जांच के दौरान और भी महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आ सकती हैं।
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पंजाब पुलिस नशे की तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है और तस्करी के अंतर्राष्ट्रीय रैकेट को नष्ट करने के लिए हर संभव कदम उठा रही है। पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि वे नशे की तस्करी को जड़ से समाप्त करने के लिए अपनी कार्रवाई जारी रखेंगे।