दिल्ली के मोती नगर विधानसभा क्षेत्र ने स्वच्छता और सफाई की दिशा में एक सराहनीय कदम उठाते हुए अपने क्षेत्र में स्वच्छता अभियान को एक नई दिशा दी है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के “स्वच्छ दिल्ली, सुंदर दिल्ली” मिशन और स्थानीय विधायक शिवचरण गोयल के प्रयासों ने इस अभियान को विशेष महत्व दिया है।
स्वच्छता अभियान के प्रमुख स्थान
अभियान के तहत क्षेत्र के कई महत्वपूर्ण स्थानों को साफ-सुथरा बनाने के लिए विशेष प्रयास किए गए। इनमें प्रमुख स्थान शामिल हैं:
- कीर्ति नगर के ए ब्लॉक की गली: लंबे समय से सफाई की मांग कर रहे क्षेत्र को व्यवस्थित किया गया।
- 5 ब्लॉक, मोती नगर का पार्क: यहां झाड़ियों की कटाई और कूड़े का निपटान कर पार्क को एक नया रूप दिया गया।
- आई-126, कीर्ति नगर: लंबे समय से जमा कूड़े को हटाकर क्षेत्र को साफ किया गया।
- स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, कीर्ति नगर: इसे विशेष रूप से व्यवस्थित और स्वच्छ बनाया गया।
- टीसी ब्लॉक, न्यू मोती नगर के 38 और 27 ब्लॉक: इन क्षेत्रों में सफाई और नियमित रखरखाव के लिए कार्य किए गए।
- कर्मपुरा के ए, बी, डी, और आई ब्लॉक: यहां भी सफाई अभियान को प्राथमिकता दी गई।
नेतृत्व और समर्पण “स्वच्छ दिल्ली, सुंदर दिल्ली”
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के “स्वच्छ दिल्ली, सुंदर दिल्ली” दृष्टिकोण के तहत इस अभियान का संचालन किया गया। विधायक शिवचरण गोयल ने व्यक्तिगत रूप से इन क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने सफाई कर्मचारियों के साथ मिलकर काम किया और नागरिकों को जागरूक किया। शिवचरण गोयल ने अपने बयान में कहा:
“यह केवल सफाई अभियान नहीं है, यह नागरिक जागरूकता और सामुदायिक जिम्मेदारी का प्रतीक है। हम एक स्वच्छ और स्वस्थ दिल्ली बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
नागरिकों की सक्रिय भागीदारी
अभियान को सफल बनाने में स्थानीय निवासियों, आरडब्ल्यूए (रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन), और युवाओं का बड़ा योगदान रहा। उन्होंने न केवल सफाई कार्यों में भाग लिया बल्कि इस क्षेत्र को स्वच्छ बनाए रखने के लिए अपनी जिम्मेदारी निभाने का भी वादा किया।
स्वच्छता अभियान के प्रमुख लाभ
इस स्वच्छता अभियान के कई सकारात्मक परिणाम सामने आए:
- गंदगी और कूड़े की समस्या का समाधान: क्षेत्र की सफाई से कचरे के ढेर और गंदगी से राहत मिली।
- बेहतर पर्यावरण: स्वच्छ पार्क और गलियों ने निवासियों को साफ और स्वास्थ्यप्रद वातावरण प्रदान किया।
- बीमारियों की रोकथाम: नियमित सफाई व्यवस्था से मच्छरों और अन्य रोग फैलाने वाले कारकों को कम किया गया।
- सामुदायिक संवाद: अभियान ने नागरिकों और प्रशासन के बीच सकारात्मक संवाद को बढ़ावा दिया।