सीरिया में तख्तापलट: हयात तहरीर अल शाम ने किया कब्जा, बशर अल असद देश छोड़ भागे
सीरिया में हाल ही में हुई घटनाओं ने पूरे विश्व का ध्यान अपनी ओर खींचा है। विद्रोही संगठन हयात तहरीर अल शाम ने राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार का तख्तापलट कर देश की सत्ता पर कब्जा कर लिया है। इस अप्रत्याशित घटनाक्रम के बाद राष्ट्रपति असद अपने परिवार के साथ देश छोड़कर इजरायल भाग गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायल ने उन्हें और उनके परिवार को शरण दी है।
इस तख्तापलट के बाद सीरिया में स्थिति बेहद अस्थिर हो गई है। कई देशों ने अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाए हैं। इसी कड़ी में भारत सरकार ने भी अपने 75 नागरिकों को सुरक्षित रूप से सीरिया से बाहर निकाला है।
भारत का निकासी अभियान
विद्रोहियों द्वारा सत्ता पलटने के दो दिन बाद मंगलवार को भारत सरकार ने निकासी अभियान को अंजाम दिया। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, दमिश्क और बेरूत स्थित भारतीय दूतावासों ने इस अभियान को सफलतापूर्वक संचालित किया। बयान में कहा गया कि भारतीय नागरिकों को सुरक्षित रूप से लेबनान पहुंचाया गया, जहां से वे उपलब्ध वाणिज्यिक उड़ानों के माध्यम से भारत लौटेंगे।
विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में बताया गया कि निकाले गए 75 भारतीय नागरिकों में से 44 लोग जम्मू-कश्मीर के जायरीन थे, जो धार्मिक स्थल सईदा जैनब में फंसे हुए थे। भारतीय दूतावास ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
विदेश में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा प्राथमिकता
भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि विदेश में रह रहे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा उसकी प्राथमिकता है। मंत्रालय ने सीरिया में रह रहे अन्य भारतीयों को सलाह दी है कि वे स्थानीय दूतावास से संपर्क में रहें और किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में मदद लें। साथ ही, सरकार सीरिया की परिस्थितियों पर लगातार नजर रख रही है।
वैश्विक प्रतिक्रिया
सीरिया में तख्तापलट और असद सरकार के पतन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंताओं को बढ़ा दिया है। कई देशों ने सीरिया के बिगड़ते हालात को देखते हुए अपने नागरिकों को निकालने के लिए कदम उठाए हैं। वहीं, विशेषज्ञों का मानना है कि इस तख्तापलट से सीरिया में हिंसा और अस्थिरता का दौर और तेज हो सकता है।
भारत की कूटनीतिक भूमिका
सीरिया की वर्तमान स्थिति पर भारत का रुख सतर्क है। भारतीय विदेश मंत्रालय लगातार घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है और भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव कदम उठा रहा है।
सीरिया में सत्ता परिवर्तन के बाद की स्थिति अत्यधिक संवेदनशील है। भारत सरकार ने त्वरित कदम उठाते हुए अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालकर यह साबित किया है कि विदेश में भारतीयों की सुरक्षा उसकी प्राथमिकता है। सीरिया में रह रहे अन्य भारतीयों को सलाह दी गई है कि वे सतर्क रहें और किसी भी जरूरत में दूतावास से संपर्क करें। इस तख्तापलट के बाद सीरिया में स्थिरता कब तक लौटेगी, यह कहना मुश्किल है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निगाहें इस पर टिकी हैं।