दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों में इन दिनों शीतलहर का असर गहराता जा रहा है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, आने वाले पांच दिनों तक उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में शीतलहर की स्थिति बनी रह सकती है। दूसरी ओर, दक्षिण भारतीय राज्यों में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
उत्तर भारत में शीतलहर का कहर
राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली जैसे उत्तर भारतीय राज्यों में शीतलहर के चलते तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है।
दिल्ली में रिकॉर्ड गिरावट:
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार को न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस साल दिसंबर की शुरुआत में 14 वर्षों में सबसे कम है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले 6 दिसंबर 1987 को दिल्ली का तापमान 4.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
राजस्थान का हाल:
राजस्थान में सीकर का न्यूनतम तापमान मंगलवार रात 1.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा। राज्य में न्यूनतम तापमान 1.5 से 10.8 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
दिल्ली और कश्मीर में शीतलहर और हिमपात
दिल्ली में 11 से 13 दिसंबर के बीच शीतलहर की स्थिति बनी रह सकती है। ठंडी हवाओं के कारण तापमान पांच डिग्री से नीचे बना हुआ है।
जम्मू-कश्मीर में गुलमर्ग और सोनमर्ग जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में ताजा हिमपात हुआ है। श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से तीन डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि गुलमर्ग में यह शून्य से छह डिग्री सेल्सियस तक गिर गया।
दक्षिण भारत में भारी बारिश का अलर्ट
दक्षिण भारत के कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
तमिलनाडु और पुडुचेरी:
इन राज्यों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने यहां भारी बारिश की संभावना जताई है।
केरल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश:
इन राज्यों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। बारिश के कारण इन राज्यों में जलभराव और अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
कश्मीर में हल्की बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने जानकारी दी कि ताजा पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू-कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश या हिमपात हो सकता है। घाटी के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान हिमांक बिंदु से नीचे है।
शीतलहर का प्रभाव और सतर्कता
उत्तर भारत के राज्यों में शीतलहर से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। लोग ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों और हीटर का सहारा ले रहे हैं। ठंड के कारण बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। वहीं, दक्षिण भारत में बारिश के कारण जलभराव और यातायात बाधित होने की संभावना है।
उत्तर भारत में शीतलहर और दक्षिण भारत में बारिश ने मौसम को चरम पर ला दिया है। मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट के अनुसार, अगले कुछ दिन मौसम के लिहाज से चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। लोगों को सतर्क रहने और मौसम की स्थिति के अनुसार तैयारी करने की सलाह दी गई है।