पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने फिनलैंड से लौटे पंजाब के शिक्षकों से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री मान ने शिक्षकों से फिनलैंड में प्राप्त अनुभवों के बारे में जानकारी ली और वहां के शिक्षा तंत्र पर चर्चा की। इस बैठक में शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस भी मौजूद थे।
शिक्षकों ने मुख्यमंत्री को बताया कि फिनलैंड में उन्होंने यह सीखा कि कैसे बच्चों को स्कूल में अधिक समय तक मानसिक रूप से व्यस्त और खुश रखा जा सकता है। उनका मानना है कि जब बच्चों का मन स्कूल में लगेगा, तभी वे पढ़ाई में भी रुचि लेंगे और सफलता प्राप्त करेंगे। यह विचार फिनलैंड के शिक्षा प्रणाली का एक महत्वपूर्ण पहलू है, जिसे पंजाब के शिक्षा तंत्र में लागू करने का प्रयास किया जाएगा।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस अवसर पर बताया कि इस बार फिनलैंड गए शिक्षकों ने दीपावली अपने घर पर नहीं मनाई, लेकिन उन्होंने कहा कि यह दीपावली उन्हें जीवन भर याद रहेगी। उन्होंने आगे बताया कि जल्द ही दूसरा बैच भी फिनलैंड में प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए भेजा जाएगा, ताकि अधिक से अधिक शिक्षकों को इस प्रकार की प्रशिक्षण सुविधा प्राप्त हो सके।
शिक्षकों ने पंजाब सरकार के इस कदम की सराहना की और इसे ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि सरकार का यह कदम भविष्य में शिक्षकों और बच्चों के लिए फायदेमंद साबित होगा और इस मुहिम को आने वाले समय में याद किया जाएगा।
मुख्यमंत्री मान ने इस बैठक में यह भी याद दिलाया कि उन्होंने खुद शिक्षकों को फिनलैंड भेजने का निर्णय लिया था। उन्होंने कहा था कि शिक्षक ही पंजाब और देश के भविष्य को आकार दे रहे हैं। वे बच्चों के हुनर को निखारने का काम कर रहे हैं और आज के समय में शिक्षा सबसे मूल्यवान चीज है। मुख्यमंत्री ने शिक्षकों को प्रेरित करते हुए कहा कि उनका कार्य केवल बच्चों की शिक्षा ही नहीं, बल्कि उनके जीवन को भी बेहतर बनाने का है।
यह कदम पंजाब सरकार के शिक्षा सुधारों के तहत उठाया गया है, जिसका उद्देश्य शिक्षा प्रणाली में सुधार लाना और बच्चों को एक बेहतरीन भविष्य देना है। फिनलैंड की शिक्षा प्रणाली के अच्छे पहलुओं को अपनाकर पंजाब के शिक्षा तंत्र को और भी मजबूत बनाने का प्रयास किया जा रहा है।