लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान जेडीयू सांसद और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने विपक्षी दलों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने खास तौर पर कांग्रेस पार्टी को निशाने पर लेते हुए उसे संविधान का “भक्षक” करार दिया। ललन सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने देश पर लंबे समय तक शासन किया, लेकिन इस दौरान उसने संविधान का सबसे अधिक दुरुपयोग किया।
कांग्रेस पर आरोप
ललन सिंह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने जब भी चाहा, संविधान में मनमाने तरीके से संशोधन कर लिया। उन्होंने कहा, “संविधान ने आज उन्हें वहीं बैठा दिया है।” कांग्रेस पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी ने अपने स्वार्थ के लिए संविधान का उपयोग किया और लोकतंत्र को कमजोर किया। उन्होंने कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा का नाम लिए बिना कहा कि “जरा अपने पूर्वजों के शासन का इतिहास पढ़ लीजिए। हमारे यहां कहावत है, ‘100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली।'”
आपातकाल और संविधान का दुरुपयोग
केंद्रीय मंत्री ने आपातकाल का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि 1975 में आपातकाल लगाने के लिए रातों-रात कैबिनेट की बैठक बुलाई गई और मंत्रियों से हस्ताक्षर करवाकर देश में आपातकाल लागू किया गया। ललन सिंह ने कहा, “दिन के उजाले में नहीं, बल्कि रात के अंधेरे में संविधान की धज्जियां उड़ाई गईं।”
बिहार की घटना का उदाहरण
बिहार की राजनीतिक घटना का जिक्र करते हुए ललन सिंह ने कहा कि फरवरी 2005 में नीतीश कुमार की सरकार को गिराकर राष्ट्रपति शासन लगाया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि तब की मनमोहन सिंह सरकार में एक ताकतवर मंत्री ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को धमकी दी थी। इस धमकी के बाद रात 4 बजे कैबिनेट की बैठक बुलाई गई और मॉस्को में मौजूद राष्ट्रपति को फैक्स भेजकर उनके हस्ताक्षर करवाए गए। सुबह होने तक बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया।
जातीय जनगणना पर अखिलेश यादव को घेरा
ललन सिंह ने चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की मुंबई बैठक में जातीय जनगणना पर चर्चा हुई थी, लेकिन अखिलेश यादव इस पर चुप रहे। उन्होंने कहा, “जब नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना पर प्रस्ताव लाने की बात की, तो अखिलेश यादव ने मुंह पर टेप चिपका लिया और कुछ नहीं बोले। मैं उस बैठक में मौजूद था और इसका गवाह हूं।”
नरेंद्र मोदी और संविधान की रक्षा का दावा
ललन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि जब तक मोदी सरकार है, कोई भी संविधान से छेड़छाड़ नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार संविधान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और विपक्षी दलों के झूठे आरोपों से इसे कमजोर नहीं किया जा सकता।
संविधान पर चर्चा की जरूरत
ललन सिंह ने कहा कि संविधान ने देश को मजबूत लोकतंत्र दिया है, लेकिन इसे कमजोर करने की कोशिशें पहले भी हुई हैं। उन्होंने कहा कि आज संविधान की रक्षा के नाम पर वही लोग आवाज उठा रहे हैं, जिन्होंने सबसे ज्यादा इसे कमजोर किया है।
विपक्ष पर तीखा हमला
संसद में अपने भाषण के दौरान ललन सिंह ने कहा कि “जिन लोगों ने सबसे ज्यादा संविधान को तार-तार किया, आज वही लोग संविधान की रक्षा की बातें कर रहे हैं।” उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि पार्टी ने बार-बार संविधान का दुरुपयोग किया और लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन किया।