
पंजाब में आज का दिन राजनीतिक उबाल लेकर आया है। आम आदमी पार्टी (@AamAadmiParty) ने केंद्र सरकार की भाजपा (@BJP4India) के खिलाफ राज्यभर में जबरदस्त प्रदर्शन का ऐलान किया है। मामला है पंजाब के पानी का, जिसे BBMB (भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड) के ज़रिए हरियाणा को दिए जाने के आदेश जारी किए गए हैं।
आम आदमी पार्टी का कहना है कि यह फैसला पंजाब के हक़ पर सीधा हमला है। पंजाब की नदियों का पानी पहले ही सीमित है और अब यदि इसे हरियाणा को दे दिया जाता है, तो पंजाब के किसानों और आम जनता को भारी नुकसान होगा। पार्टी का कहना है कि पंजाब के हिस्से का पानी किसी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा और इसके विरोध में राज्यभर में धरना-प्रदर्शन किए जाएंगे।
आप नेताओं ने बताया कि पंजाब के सभी जिलों में पार्टी के कार्यकर्ता, विधायक, सांसद और मंत्री सड़कों पर उतरेंगे। भाजपा नेताओं के घरों और दफ्तरों का घेराव किया जाएगा ताकि केंद्र सरकार पर दबाव बनाया जा सके और यह आदेश वापस लिया जाए।
पार्टी का कहना है कि पानी केवल प्राकृतिक संसाधन नहीं, बल्कि पंजाब की जीवनरेखा है। किसानों की फसल, पीने का पानी, उद्योगों की जरूरत — सब कुछ इसी पर निर्भर करता है। पंजाब पहले ही जल संकट से जूझ रहा है और ऐसे में यह फैसला बेहद गैरजिम्मेदाराना और एकतरफा है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है और कहा है कि जब तक पंजाब के हितों की रक्षा नहीं की जाती, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
इस मुद्दे ने राज्य की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है और आने वाले दिनों में यह आंदोलन और तेज़ हो सकता है।
क्या पंजाब को उसका हक़ मिलेगा या यह केवल राजनीति का एक नया अध्याय बनकर रह जाएगा — यह देखने वाली बात होगी।