दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार ने गंभीर कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री आतिशी ने संबंधित विभागों को ग्रेप-4 (ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान) के तहत सभी पाबंदियों को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया है। इसके तहत आवश्यक अनुमतियों के लिए फाइल उपराज्यपाल को भेजी गई है।
प्रदूषण की गंभीर स्थिति
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। उत्तर भारत के अन्य शहरों की भी स्थिति गंभीर है। बहादुरगढ़ में AQI 477, भिवानी में 468, और गुरुग्राम में 448 तक पहुंच गया है। बढ़ते प्रदूषण के कारण बुजुर्गों और बच्चों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है।
गोपाल राय ने कहा कि पूरे उत्तर भारत में स्मॉग की मोटी परत छाई हुई है। मौसम बदलने और हवा की गति कम होने से प्रदूषण का प्रभाव बढ़ रहा है। उन्होंने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से अपील की कि वे अन्य राज्यों के साथ मिलकर इस समस्या का समाधान करें।
ग्रेप-4 के तहत पाबंदियां
दिल्ली में ग्रेप-4 लागू होने के बाद कई सख्त कदम उठाए गए हैं:
1. वाहनों पर प्रतिबंध: बड़े ट्रक और बीएस-4 डीजल वाहनों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। केवल सीएनजी, इलेक्ट्रिक और आवश्यक सेवाओं वाले बीएस-6 वाहनों को छूट दी गई है।
2. निर्माण कार्यों पर रोक: सभी निर्माण और विध्वंस गतिविधियां पूरी तरह से बंद कर दी गई हैं।
3. स्कूल बंद: सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं, हालांकि 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए स्कूल खुले रहेंगे। उन्हें मास्क उपलब्ध कराए जाएंगे।
4. स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां: प्रदूषण से संबंधित मरीजों के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग को स्पेशल टास्क फोर्स बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
गोपाल राय ने पराली जलाने की समस्या पर चर्चा करते हुए बताया कि पंजाब सरकार ने इस दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की है। 2022 में 15 अक्टूबर से 17 नवंबर के बीच पंजाब में पराली जलाने की 47,000 घटनाएं दर्ज की गई थीं, जो 2024 में घटकर 7,500 रह गई हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश में इसी अवधि में पराली जलाने की घटनाएं 1,500 से बढ़कर 2,500 हो गई हैं।
उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार ने अन्य राज्यों के साथ मिलकर एक संयुक्त कार्ययोजना बनाई होती, तो दिल्ली और उत्तर भारत को प्रदूषण की इस समस्या का सामना नहीं करना पड़ता।
कृत्रिम वर्षा की मांग
गोपाल राय ने बताया कि उन्होंने अगस्त में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को पत्र लिखकर स्मॉग से निपटने के लिए कृत्रिम वर्षा कराने की अपील की थी। हालांकि, ढाई महीने बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
दिल्ली सरकार का आग्रह
गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली सरकार अपने स्तर पर प्रयास कर रही है और ग्रेप-4 को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि सभी राज्यों के साथ मिलकर आवश्यक कदम उठाए जाएं, ताकि उत्तर भारत के लोगों को स्वच्छ हवा मिल सके।
दिल्ली सरकार के इन प्रयासों का उद्देश्य प्रदूषण को नियंत्रित करना और लोगों को राहत पहुंचाना है।