आज ‘आप’ के लोकसभा और राज्यसभा सदस्यों ने संसद में किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की भूख हड़ताल के 25वें दिन में प्रवेश करने पर केंद्र सरकार को जमकर फटकार लगाई। ‘आप’ के सांसदों ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार देश में अब तक की सबसे किसान-विरोधी सरकार है। उन्होंने कहा कि केंद्र को किसानों के मुद्दों का समाधान बैठकर करना चाहिए और उनकी समस्याओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
‘आप’ के सांसदों ने संसद में जगजीत सिंह डल्लेवाल के हक में आवाज उठाई, जो पिछले 25 दिनों से अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे हैं। डल्लेवाल ने किसान आंदोलन के दौरान अपनी जान की बाजी लगाने का संकल्प लिया था और केंद्र से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी देने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने इस भूख हड़ताल के माध्यम से केंद्र सरकार को दबाव में लाने का प्रयास किया है।
‘आप’ के नेताओं ने कहा कि भाजपा की सरकार किसानों के साथ लगातार भेदभाव कर रही है और उनकी समस्याओं को अनदेखा कर रही है। सांसदों ने केंद्र सरकार से अपील की कि वे किसानों की जायज मांगों को स्वीकार करें और तत्काल समाधान निकाले। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक सरकार किसानों की आवाज नहीं सुनती, तब तक ऐसी भूख हड़तालें जारी रहेंगी।
‘आप’ के सांसदों ने जोर दिया कि किसान देश की रीढ़ की हड्डी हैं और उनके बिना देश की आर्थिक प्रगति संभव नहीं है। इसलिए, सरकार को तुरंत कृषि कानूनों में बदलाव करके किसानों की मांगों को पूरा करना चाहिए, ताकि किसान समाज में भय और असंतोष का माहौल खत्म हो सके।