क्रिसमस और नए साल के जश्न के लिए हिमाचल प्रदेश के मनाली और लाहौल स्पीति में सैलानियों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है। हालांकि, भारी बर्फबारी के कारण यहां का मौसम सैलानियों के साथ-साथ प्रशासन के लिए भी चुनौती बन गया है। अटल टनल के आसपास का तापमान माइनस में होने और सड़कों पर बर्फ जमने की वजह से गाड़ियां फिसल रही हैं, जिससे टनल के दोनों छोर पर भारी जाम लग गया।
अटल टनल पर फंसी गाड़ियां
23 दिसंबर की शाम भारी संख्या में सैलानी बर्फबारी का आनंद लेने मनाली और अटल टनल पहुंचे। लेकिन, सड़कों पर जमी बर्फ ने मुश्किलें बढ़ा दीं। टनल के साउथ पोर्टल से नॉर्थ पोर्टल तक करीब 1000 गाड़ियां बर्फ में फंस गईं। प्रशासन ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने रातभर रेस्क्यू अभियान चलाकर गाड़ियों को बारी-बारी से मनाली की ओर भेजा।
बर्फबारी बनी परेशानी
अटल टनल के आसपास तापमान माइनस में होने और सड़कों पर धूप न पहुंचने के कारण बर्फ शीशे की तरह जम गई, जिससे गाड़ियां बार-बार फिसलने लगीं। मैदानी इलाकों से आए कई ड्राइवरों को बर्फ में गाड़ी चलाने का अनुभव न होने के कारण स्थिति और बिगड़ गई।
प्रशासन ने जारी की चेतावनी
प्रशासन ने सैलानियों को सलाह दी थी कि भारी बर्फबारी के दौरान अटल टनल और सोलांग नाला जैसे इलाकों से जल्दी निकल जाएं। लेकिन बाहरी राज्यों के ड्राइवरों के लिए बर्फ पर गाड़ी चलाना चुनौतीपूर्ण साबित हुआ। इससे अटल टनल और आसपास के क्षेत्रों में लंबा जाम लग गया।
रातभर चला रेस्क्यू ऑपरेशन
टनल के दोनों छोर पर फंसी गाड़ियों को निकालने के लिए पुलिस और प्रशासन ने रातभर काम किया। सोलांग नाला और अटल टनल के रास्तों से बर्फ हटाने के बाद गाड़ियों को धीरे-धीरे निकाला गया। वहीं, फंसे सैलानियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की भी व्यवस्था की गई।
सावधानी बरतने की सलाह
हिमाचल प्रदेश प्रशासन ने बर्फबारी के बीच सफर करने वाले सैलानियों को सतर्कता बरतने और स्थानीय निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है। बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों को बर्फबारी वाले इलाकों में चार पहिया वाहनों पर एंटी-स्किड चेन लगाने की भी सिफारिश की गई है।
मनाली और अटल टनल में बर्फबारी ने सैलानियों के लिए रोमांच तो बढ़ाया, लेकिन गाड़ियां फिसलने और रास्ता जाम होने के कारण परेशानी भी खड़ी कर दी। प्रशासन और पुलिस की तत्परता से फंसे हुए सैलानियों को राहत मिली। हालांकि, मौसम की परिस्थितियों को देखते हुए यात्रियों को सतर्क रहने और सावधानीपूर्वक यात्रा करने की आवश्यकता है।