तकनीक की दुनिया में AI चैटबॉट्स के बाद अब AI एजेंट्स की एंट्री हो चुकी है। अमेरिकी टेक कंपनी OpenAI ने अपना नया AI एजेंट ‘Deep Research’ लॉन्च किया है, जो ऑनलाइन रिसर्च करने में मदद करेगा। यह टूल साइंस के जटिल सवालों से लेकर बेस्ट स्मार्टफोन की रिसर्च तक कर सकता है। OpenAI का कहना है कि यह खासतौर पर फाइनेंस, पॉलिसी, साइंस और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों के लिए तैयार किया गया है, जिन्हें भरोसेमंद और गहन रिसर्च की जरूरत होती है।
कैसे काम करेगा यह AI एजेंट?
‘Deep Research’ को OpenAI के O3 मॉडल से पावर दिया गया है और इसे ChatGPT के जरिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यह AI एजेंट इंटरनेट पर उपलब्ध टेक्स्ट, इमेज और PDF को ब्राउज कर सकता है और गहराई से विश्लेषण करने के लिए रीजनिंग (तर्कशक्ति) का इस्तेमाल करता है।
🔹 यह वेब ब्राउजिंग और पाइथन एनालिसिस के लिए ऑप्टिमाइज किया गया है, जिससे यह डेटा को गहराई से समझ सकता है।
🔹 यूजर को एक्सपर्ट की तरह सलाह देने के लिए डिजाइन किया गया है, जिससे लोगों का समय बचेगा और रिसर्च आसान होगी।
🔹 OpenAI के वाइस प्रेसिडेंट श्रीनिवास नारायणन ने कहा कि यह AI को उपयोग करने का एक नया तरीका है, जिससे रिसर्च का काम तेज और कुशल होगा।
कैसे करें ‘Deep Research’ का इस्तेमाल?
यह AI एजेंट पेड सर्विस होगा और इसे ChatGPT के जरिए एक्सेस किया जा सकता है। इसे इस्तेमाल करने के लिए:
- मैसेज कंपोजर में जाएं और “Deep Research” विकल्प चुनें।
- अपना प्रश्न टाइप करें – यह साइंस से जुड़े जटिल सवालों से लेकर कोई सामान्य सुझाव (जैसे बेस्ट बाइक कौन सी है?) तक हो सकता है।
- यूजर फाइल भी अटैच कर सकता है, जिससे यह अधिक सटीक रिसर्च कर सके।
- एक साइडबार खुल जाएगा, जिसमें दिखेगा कि AI एजेंट कौन-कौन से स्रोतों से जानकारी ले रहा है।
AI एजेंट को लेकर बहस!
AI की दुनिया में OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने कहा कि AI एजेंट्स अगली बड़ी चीज हैं और यह तकनीक को एक नए स्तर पर ले जाएगा। लेकिन, इस पर बहस भी शुरू हो गई है।
AI के जनक Yoshua Bengio ने AI एजेंट्स को लेकर चेतावनी दी है। उनका कहना है कि अगर AI एजेंट्स सुपरइंटेलीजेंस तक पहुंच गए, तो यह विनाशकारी हो सकता है। उन्होंने इसे सबसे खतरनाक रास्ता बताया है, क्योंकि इससे AI इंसानों से ज्यादा ताकतवर हो सकता है।
निष्कर्ष
OpenAI का ‘Deep Research’ AI एजेंट रिसर्च के काम को आसान बनाने के लिए एक क्रांतिकारी तकनीक है। यह साइंस, पॉलिसी, फाइनेंस और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में गहरी रिसर्च कर सकता है और समय बचाने के साथ-साथ सटीक जानकारी देने में सक्षम है। हालांकि, AI एजेंट्स की बढ़ती शक्ति को लेकर चिंताएं भी बढ़ रही हैं, जिससे यह देखना दिलचस्प होगा कि यह तकनीक इंसानों की मदद करेगी या कोई खतरा पैदा करेगी।