
सोमवार का दिन भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में बेहद खास रहा। हफ्ते की शुरुआत में ही शेयर बाजार में गजब की तेजी देखने को मिली। भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर पर सहमति बनने की खबर ने निवेशकों में नया जोश भर दिया। इस सकारात्मक माहौल का असर सेंसेक्स और निफ्टी दोनों पर साफ नजर आया।
सेंसेक्स और निफ्टी ने बनाया नया रिकॉर्ड
सेंसेक्स 3.74 प्रतिशत यानी 2975.43 अंकों की भारी छलांग लगाकर 82,429.90 अंकों पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स एक समय 3000 अंकों से भी ज्यादा ऊपर चला गया था। वहीं निफ्टी ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए 916.70 अंकों की तेजी के साथ 24,924.70 पर क्लोजिंग दी। यह शेयर बाजार में बीते करीब चार सालों की सबसे बड़ी एकदिनी तेजी थी।
निवेशकों को हुआ भारी मुनाफा
इस जबरदस्त तेजी के चलते निवेशकों की झोली भी भर गई। सिर्फ एक दिन में निवेशकों की दौलत 16 लाख करोड़ रुपये से अधिक बढ़ गई। बाजार में बनी इस तेजी से न केवल आम निवेशक खुश हुए, बल्कि देश के बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडानी को भी भारी फायदा हुआ।
अंबानी-अडानी की संपत्ति में ज़बरदस्त उछाल
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स के मुताबिक, सोमवार को मुकेश अंबानी की संपत्ति में 4.42 बिलियन डॉलर (करीब 442 करोड़ डॉलर) की बढ़ोतरी हुई। वहीं गौतम अडानी की नेटवर्थ 5.31 बिलियन डॉलर (करीब 531 करोड़ डॉलर) बढ़ गई। इस बढ़त के साथ गौतम अडानी एक बार फिर दुनिया के 20 सबसे अमीर लोगों की सूची में शामिल हो गए हैं।
दुनिया के अरबपतियों को भी हुआ फायदा
दिलचस्प बात यह रही कि सोमवार को सिर्फ भारतीय नहीं, बल्कि अमेरिकी और यूरोपीय बाजारों में भी जबरदस्त तेजी देखने को मिली। इसका असर दुनिया के अन्य बड़े बिजनेस टायकून की संपत्तियों पर भी पड़ा।
उदाहरण के लिए, टेस्ला के सीईओ एलन मस्क को एक ही दिन में 14.5 बिलियन डॉलर का फायदा हुआ। मेटा (फेसबुक) के सीईओ मार्क जुकरबर्ग की संपत्ति 16.1 बिलियन डॉलर बढ़ी, जबकि अमेजन के जेफ बेजोस ने भी 14.3 बिलियन डॉलर का मुनाफा कमाया।
बाजार में बढ़ा भरोसा
शेयर बाजार में आई इस तेजी के पीछे कई वजहें मानी जा रही हैं। भारत-पाकिस्तान सीजफायर की खबर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक स्थिरता का संकेत मिला। साथ ही, विदेशी निवेशकों का भरोसा भी भारतीय बाजारों में बढ़ा है। इसके अलावा, आईटी, इंफ्रा और पावर सेक्टर के अच्छे प्रदर्शन ने भी इस उछाल में योगदान दिया।
क्या आगे भी जारी रहेगी तेजी?
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि राजनीतिक स्थिरता और आर्थिक सुधार की दिशा में भारत आगे बढ़ता रहा, तो शेयर बाजार में आगे भी तेजी देखने को मिल सकती है। हालांकि, निवेशकों को सावधानी से और सोच-समझकर निवेश करने की सलाह दी जा रही है।
सोमवार का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए ऐतिहासिक रहा। निवेशकों, उद्योगपतियों और विदेशी बाजारों – सभी ने इस तेजी का खूब लाभ उठाया। अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि क्या यह तेजी लंबे समय तक टिकेगी या नहीं।