
जम्मू-कश्मीर में आतंक के खिलाफ सुरक्षाबलों का जवाब अब बेहद कड़ा हो गया है। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सेना ने पाकिस्तान के आतंकी कैंपों को निशाना बनाते हुए “ऑपरेशन सिंदूर” चलाया। इस ऑपरेशन के तहत सीमा पार मौजूद आतंकी ठिकानों पर कड़ा एक्शन लिया गया और उन्हें तबाह कर दिया गया। यह कार्रवाई उन आतंकियों के खिलाफ थी जो घाटी में मासूमों की जान ले रहे हैं और शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं।
सीमा पार के बाद अब सरहद के भीतर एक्शन
सीमा पार कार्रवाई के बाद अब सेना ने जम्मू-कश्मीर के भीतर भी आतंक के खिलाफ सख्त अभियान शुरू कर दिया है। शोपियां, पुलवामा और अन्य संवेदनशील इलाकों में आतंकियों की धरपकड़ के लिए बड़े स्तर पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। मंगलवार की सुबह शोपियां के जम्पाथरी इलाके में एक मुठभेड़ हुई, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े एक आतंकी को मार गिराया गया। मुठभेड़ अभी भी जारी है और माना जा रहा है कि वहां दो और आतंकी छिपे हुए हैं।
घेरा गया नया आतंकी ग्रुप
सेना की जानकारी के अनुसार, जो आतंकी इस मुठभेड़ में फंसे हैं, वे पहलगाम हमले में शामिल नहीं हैं। यह एक अलग ग्रुप है, लेकिन इनके तार भी सीमा पार पाकिस्तान से जुड़े हैं। पहलगाम हमले के गुनहगारों की तलाश एक अलग ऑपरेशन के तहत जारी है। खास बात ये है कि इन आतंकियों को पकड़वाने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा भी की गई है।
पहलगाम आतंकी हमला – एक कायराना हरकत
22 अप्रैल को हुआ पहलगाम आतंकी हमला दिल दहला देने वाला था। आतंकियों ने टूरिस्ट बस को निशाना बनाया, जिसमें 26 मासूम पर्यटकों की जान चली गई और 14 से ज्यादा लोग घायल हुए। मारे गए लोगों में एक नेपाली नागरिक भी शामिल था। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) नाम के संगठन ने ली थी।
आतंकियों की तस्वीरें जारी, पोस्टर हर गली में
सुरक्षा एजेंसियों ने हमले में शामिल तीन पाकिस्तानी आतंकियों की तस्वीरें जारी की हैं। सेना और पुलिस ने जगह-जगह सार्वजनिक स्थलों पर इनके पोस्टर चिपका दिए हैं, ताकि लोग इन्हें पहचान कर जानकारी दे सकें। सुरक्षाबलों ने लोगों से अपील की है कि अगर किसी को इन आतंकियों के बारे में कोई जानकारी मिले तो वे तुरंत सूचित करें।
कश्मीर में आतंक पर अब जीरो टॉलरेंस
ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद चल रहे इन अभियान से यह साफ हो गया है कि अब सरकार और सुरक्षाबल आतंक के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस” की नीति पर काम कर रहे हैं। कश्मीर में शांति और पर्यटकों की सुरक्षा के लिए सेना पूरी ताकत से मैदान में है। पहलगाम हमले के बाद देश में गुस्सा है और अब हर आतंकी को उसके अंजाम तक पहुंचाने की तैयारी चल रही है।
आने वाले दिनों में आतंक के खिलाफ यह मुहिम और तेज होगी। सेना और खुफिया एजेंसियों की नजर हर गतिविधि पर है और इस बार कोई आतंकी बख्शा नहीं जाएगा।