
हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पंजाब सरकार ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस घटना के बाद पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव और अन्य उच्च अधिकारियों के साथ एक हाई लेवल मीटिंग की। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार लगातार जम्मू-कश्मीर पुलिस से संपर्क में है और वहां के होटलों में फंसे पंजाब के लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है, ताकि पंजाब पुलिस उन्हें सुरक्षित घर वापस ला सके।
मुख्यमंत्री ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। उन्होंने कहा कि जिस तरह एक महिला के सामने उसके पति को गोली मारी गई, यह घटना अत्यंत निंदनीय है। कोई भी धर्म ऐसी अमानवीय हरकत की इजाज़त नहीं देता। भगवंत मान ने कहा कि हमारे नवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी ने कश्मीरी पंडितों को बचाने के लिए अपनी शहादत दी थी, और आज जो आतंकी कर रहे हैं, वह बिल्कुल गलत और शर्मनाक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में शांति बनाए रखना हमारी पहली प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की ओर से लगातार साज़िशें की जा रही हैं—ड्रोन भेजे जा रहे हैं, जिनसे हथियार और ग्रेनेड गिराए जा रहे हैं। लेकिन पंजाब पुलिस सतर्क है। पुलिस ने ड्रोन से सामान उठाने वालों को पकड़ा है, और जो लोग ड्रोन भेज रहे हैं, उन्हें भी 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार किया गया है। कुछ के खिलाफ एनकाउंटर की कार्रवाई भी की गई है।
भगवंत मान ने बताया कि यदि समय रहते इन लोगों को न पकड़ा जाता, तो ये और बड़ी वारदातों को अंजाम दे सकते थे। उन्होंने कहा कि पंजाब में बी.एस.एफ. के साथ मिलकर सीमा सुरक्षा और निगरानी और सख्त की जा रही है।
इस अवसर पर पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि राज्य की सुरक्षा को बेहद मजबूत किया गया है और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ पूरी तालमेल बनाई गई है। उन्होंने कहा कि पंजाब आज देश की सुरक्षा के लिए अग्रणी भूमिका निभा रहा है। पंजाब पुलिस देशविरोधी ताकतों को लगातार नाकाम कर रही है और हर नापाक साजिश का मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है।
गौरव यादव ने भरोसा दिलाया कि पंजाब पूरी तरह से सुरक्षित हाथों में है और सरकार तथा पुलिस, दोनों जनता की सुरक्षा के लिए चौबीसों घंटे तत्पर हैं।