
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 2 अप्रैल को नए टैरिफ (आयात शुल्क) की घोषणा के बाद वैश्विक स्तर पर हलचल मच गई है। लेकिन इस फैसले ने एक सकारात्मक मोड़ तब लिया जब दुनियाभर के लगभग 70 देशों ने अमेरिका से बातचीत के लिए पहल की है। अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने एक बिजनेस न्यूज़ चैनल से बातचीत में इस बात की पुष्टि की कि इतने सारे देशों ने ट्रंप प्रशासन से संपर्क साधा है और व्यापारिक हितों की रक्षा के लिए बातचीत शुरू की है।
ट्रंप द्वारा घोषित यह टैरिफ 9 अप्रैल से लागू होने जा रहे हैं। हालांकि अब यह उम्मीद जताई जा रही है कि अमेरिका इन देशों से बातचीत के दौरान इन टैरिफ में कुछ नरमी दिखा सकता है। यही वजह है कि पूरी दुनिया के शेयर बाजारों में एक सकारात्मक माहौल बन गया है।
शेयर बाजारों में दिखी जबरदस्त तेजी
मंगलवार को वैश्विक शेयर बाजारों में तेज उछाल देखा गया। जापान का शेयर बाजार करीब 6% की तेजी के साथ बंद हुआ, वहीं चीन और हांगकांग के बाजारों में भी 1.5% से ज्यादा की बढ़त दर्ज की गई। यूरोपीय शेयर बाजारों में भी सकारात्मक माहौल बना रहा और फ्रांस, जर्मनी और यूके के बाजारों में 2% से ज्यादा की तेजी देखी गई।
उधर, अमेरिका के प्रमुख शेयर बाजारों में भी उत्साह नजर आया। डॉव जोंस 1000 अंकों की छलांग लगाकर कारोबार करता दिखा, जबकि NASDAQ और S&P-500 में भी 2% से अधिक की तेजी देखने को मिली। यह सब संकेत देते हैं कि निवेशकों को उम्मीद है कि टैरिफ को लेकर ट्रंप सरकार कुछ लचीला रवैया अपनाएगी।
दुनिया से संवाद की शुरुआत
ट्रंप ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में बताया कि उन्होंने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति से फोन पर बातचीत की है। ट्रंप ने कहा कि चीन भी अब अमेरिका से इस मुद्दे पर संवाद करने को तैयार है। यह एक बड़ा संकेत है कि वैश्विक स्तर पर टकराव की जगह संवाद और समझौते का माहौल बन रहा है।
ट्रंप ने इससे पहले चीन को चेतावनी दी थी कि अगर वह अमेरिका पर लगाए गए जवाबी टैरिफ को वापस नहीं लेता, तो अमेरिका 50% अतिरिक्त टैरिफ लगाएगा। लेकिन मंगलवार को ट्रंप प्रशासन का रुख थोड़ा नरम नजर आया, जिससे दुनियाभर में राहत की लहर दौड़ गई।
निष्कर्ष: व्यापार के रास्ते खुलने की उम्मीद
यह घटनाक्रम इस ओर इशारा करता है कि अब दुनिया के प्रमुख देश मिल-बैठकर समाधान निकालने की कोशिश कर रहे हैं। अमेरिका का सकारात्मक रुख और 70 देशों की बातचीत की पहल यह दिखाती है कि वैश्विक व्यापार को स्थिर रखने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
शेयर बाजारों की तेजी, नेताओं के बीच संवाद और संभावित समझौते, यह सब मिलकर वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए एक शुभ संकेत है। आने वाले दिनों में यह देखा जाएगा कि क्या ट्रंप प्रशासन इन चर्चाओं के परिणामस्वरूप टैरिफ में कोई बदलाव करता है, लेकिन फिलहाल दुनिया उम्मीद से भरी हुई है।