गणतंत्र दिवस 2025 के मद्देनजर सुरक्षा प्रबंधों को और पुख्ता बनाने के लिए पंजाब पुलिस ने आज पूरे राज्य के रेलवे स्टेशनों और उनके आसपास के इलाकों में विशेष तलाशी अभियान चलाया। यह अभियान पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देशानुसार, दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक सभी 28 पुलिस जिलों में एक साथ संचालित किया गया। इस दौरान, पुलिस टीमों ने स्निफर डॉग्स की मदद से रेलवे स्टेशनों पर आने-जाने वाले लोगों और वाहनों की जांच की।
इस राज्यव्यापी अभियान की निगरानी कर रहे विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) अरपित शुक्ला ने बताया कि सभी पुलिस आयुक्तों (सीपी) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों (एसएसपी) को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए थे कि हर रेलवे स्टेशन पर कम से कम दो पुलिस टीमें तैनात की जाएं। इन टीमों की निगरानी गजेटेड रैंक के अधिकारियों द्वारा की गई। उन्होंने यह भी बताया कि तलाशी के दौरान पुलिसकर्मियों को आम लोगों के साथ शालीनता और सौहार्दपूर्ण व्यवहार बनाए रखने के निर्देश दिए गए थे।
श्री शुक्ला ने बताया कि इस अभियान के तहत राज्यभर में कुल 250 पुलिस पार्टियां तैनात की गईं, जिनमें 2,300 से अधिक पुलिसकर्मी शामिल थे। इन टीमों ने 169 रेलवे स्टेशनों पर विशेष तलाशी अभियान चलाया। अभियान के दौरान कुल 3,299 व्यक्तियों की जांच की गई और 173 संदिग्ध व्यक्तियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया।
विशेष डीजीपी ने यह भी बताया कि पुलिस टीमों को “वाहन ऐप” की मदद से रेलवे स्टेशनों के आसपास खड़े वाहनों की जांच करने के निर्देश दिए गए थे। इस दौरान स्टेशनों के आसपास की विभिन्न पार्किंग स्थलों में खड़े 2,593 वाहनों की जांच की गई। जांच के दौरान 246 वाहनों के चालान काटे गए और 18 वाहनों को जब्त किया गया।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य राज्य में गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकना और आम जनता को सुरक्षित माहौल प्रदान करना था। पुलिस के इस व्यापक अभियान ने सुरक्षा के प्रति उनकी गंभीरता को दर्शाया।
इस मौके पर विशेष डीजीपी ने कहा, “हमारा उद्देश्य न केवल किसी भी संभावित खतरे को पहले से रोकना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि लोगों को हमारी इस कार्रवाई से कोई असुविधा न हो। हम सभी से अपील करते हैं कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति के बारे में तुरंत पुलिस को सूचित करें।”
गौरतलब है कि पंजाब पुलिस का यह कदम गणतंत्र दिवस समारोह की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। इस तरह के अभियान न केवल सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करते हैं, बल्कि नागरिकों में भी सुरक्षा का विश्वास पैदा करते हैं।