दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता एक बार फिर खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। इसके चलते कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चौथे चरण को लागू कर दिया है। GRAP-4 के तहत दिल्ली और एनसीआर में सख्त प्रतिबंध लागू किए गए हैं। इससे पहले GRAP-3 लागू किया गया था, लेकिन लगातार बिगड़ती वायु गुणवत्ता को देखते हुए अब GRAP-4 की घोषणा की गई है।
एयर क्वालिटी का हाल
दिल्ली में 24 घंटे का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) मंगलवार शाम 4 बजे 379 था, जो रात 10 बजे के बाद 400 के पार पहुंच गया। यह “गंभीर” श्रेणी में आता है। GRAP-4 तब लागू किया जाता है जब AQI 450 से अधिक हो या गंभीर श्रेणी में लंबे समय तक बना रहे। मंगलवार को दिल्ली में बेहद प्रतिकूल मौसम स्थितियां, जैसे शांत हवाएं और कम मिक्सिंग हाइट, वायु प्रदूषण के बढ़ने का मुख्य कारण रहीं।
क्या है GRAP और इसका काम?
ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए बनाया गया एक सिस्टम है। इसमें वायु गुणवत्ता के चार स्तर (खराब, बहुत खराब, गंभीर और गंभीर प्लस) के लिए अलग-अलग उपाय लागू किए जाते हैं।
लेवल-1: खराब (AQI 201-300)
लेवल-2: बहुत खराब (AQI 301-400)
लेवल-3: गंभीर (AQI 401-450)
लेवल-4: गंभीर प्लस (AQI 450 से अधिक)
GRAP-4 लागू होने पर सबसे सख्त पाबंदियां लगाई जाती हैं।
GRAP-4 के तहत क्या पाबंदियां लागू होंगी?
GRAP-4 लागू होने के साथ दिल्ली और एनसीआर में कई गतिविधियों पर रोक लगाई गई है। इनमें शामिल हैं:
1. निर्माण और विध्वंस कार्य पर रोक:
राजमार्ग, सड़क, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज, पाइपलाइन, बिजली पारेषण, और दूरसंचार प्रोजेक्ट्स के निर्माण और विध्वंस कार्य बंद रहेंगे।
सार्वजनिक और निजी निर्माण कार्यों पर पूरी तरह रोक रहेगी।
2. ट्रकों की एंट्री पर रोक:
दिल्ली में अब ट्रकों की एंट्री बंद कर दी गई है। केवल जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति करने वाले ट्रकों को अनुमति दी जाएगी।
3. स्कूल और ऑफिस:
सरकार कक्षा 6 से 9 तक की फिजिकल क्लास बंद कर सकती है। स्कूल हाईब्रिड मोड (ऑनलाइन और ऑफलाइन) में चल सकते हैं।
पब्लिक, प्राइवेट और म्युनिसिपल ऑफिस में 50% स्टाफ को वर्क फ्रॉम होम की अनुमति दी जाएगी।
4. यातायात और निजी वाहन:
दिल्ली सरकार जरूरत पड़ने पर ऑड-ईवन सिस्टम लागू कर सकती है।
निजी डीजल गाड़ियों पर रोक लगाई जा सकती है।
5. कॉमर्शियल गतिविधियां:
गैर-जरूरी वाणिज्यिक गतिविधियों को बंद किया जाएगा।
6. सार्वजनिक सलाह:
बच्चों, बुजुर्गों और सांस, दिल, मस्तिष्क या अन्य गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है।
बाहरी गतिविधियों से बचने की हिदायत दी गई है।
प्रदूषण के कारण और स्थिति
दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता हर साल सर्दियों में बेहद खराब हो जाती है। इसका कारण है पराली जलाने, निर्माण कार्य, वाहनों से होने वाला प्रदूषण और प्रतिकूल मौसम। सर्दियों में शांत हवाएं और कम तापमान प्रदूषकों को फैलने से रोकते हैं, जिससे वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच जाता है।
सरकार और जनता की जिम्मेदारी
सरकार ने प्रदूषण रोकने के लिए कदम उठाए हैं, लेकिन आमजन को भी सहयोग करना होगा। वाहनों का कम इस्तेमाल, सार्वजनिक परिवहन का ज्यादा उपयोग और निर्माण कार्यों में सावधानी बरतने की जरूरत है। साथ ही, वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए दीर्घकालिक उपाय अपनाने होंगे।
दिल्ली की बिगड़ती हवा न केवल स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है, बल्कि यह जीवन की गुणवत्ता को भी प्रभावित कर रही है। GRAP-4 लागू होने के बाद सख्त कदम उठाए गए हैं, लेकिन इसके स्थायी समाधान के लिए व्यापक नीति और जनसहयोग की आवश्यकता है।