
अकाली नेता और शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता सुखदेव सिंह ढींडसा का आज निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे और पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। उनका इलाज मोहाली के एक अस्पताल में चल रहा था, जहां आज सुबह 5 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
सुखदेव सिंह ढींडसा लंबे समय तक पंजाब की राजनीति का अहम चेहरा रहे। उन्होंने लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में पंजाब का प्रतिनिधित्व किया था। ढींडसा को साल 2019 में देश के तीसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म भूषण से भी नवाजा गया था।
साल 2020 में उन्होंने शिरोमणि अकाली दल से अलग होकर खुद का राजनीतिक संगठन खड़ा किया था। वे शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक भी रहे और पार्टी में उनका लंबा अनुभव था। उनके निधन से पंजाब की सियासत में एक बड़ा खालीपन आ गया है।
उनके जाने से न केवल अकाली दल को, बल्कि पूरे राज्य को एक अनुभवी और सजग राजनेता की क्षति हुई है। विभिन्न नेताओं और पार्टियों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है और उन्हें एक सच्चा जनसेवक बताया है।