संसद का शीतकालीन सत्र 27 नवंबर से शुरू होकर 20 दिसंबर तक चलेगा। सत्र के एक दिन पहले, रविवार को केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में विपक्षी दलों ने सरकार के सामने कई अहम मुद्दे उठाए, जिनमें अडानी ग्रुप पर लगे रिश्वतखोरी के आरोप, मणिपुर हिंसा, उत्तर भारत में बढ़ते प्रदूषण और रेल दुर्घटनाएं प्रमुख रहीं।
कांग्रेस की मांग: अडानी पर चर्चा हो प्राथमिकता
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने सर्वदलीय बैठक में अडानी ग्रुप पर लगे गंभीर आरोपों पर चर्चा की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि संसद के पहले दिन इस मुद्दे पर चर्चा को प्राथमिकता दी जाए।
- प्रमोद तिवारी ने आरोप लगाया कि अडानी ग्रुप ने सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए 2,300 करोड़ रुपये से अधिक की रिश्वत दी है।
- उन्होंने इसे देश के आर्थिक और सुरक्षा हितों से जुड़ा गंभीर मुद्दा बताया और इस पर विस्तृत चर्चा की मांग की।
अन्य मुद्दों पर विपक्ष की मांग
सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों ने अडानी ग्रुप के अलावा निम्नलिखित मुद्दों पर चर्चा की मांग की:
- मणिपुर हिंसा: मणिपुर में हिंसा और शांति बहाली के प्रयासों पर विस्तृत चर्चा।
- प्रदूषण संकट: उत्तर भारत, विशेष रूप से दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण की स्थिति।
- रेल दुर्घटनाएं: हालिया रेल दुर्घटनाओं में जानमाल के नुकसान पर चर्चा और सुरक्षा उपाय।
वक्फ (संशोधन) विधेयक पर विवाद
शीतकालीन सत्र के दौरान वक्फ (संशोधन) विधेयक समेत कुल 16 विधेयक चर्चा और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किए गए हैं।
- वक्फ संशोधन विधेयक को दोनों सदनों की संयुक्त समिति द्वारा रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद विचार के लिए सूचीबद्ध किया गया है।
- समिति के विपक्षी सदस्यों ने रिपोर्ट प्रस्तुत करने की समयसीमा बढ़ाने की मांग की है।
- विपक्ष ने आरोप लगाया कि समिति के अध्यक्ष और भाजपा सांसद जगदंबिका पाल समिति की कार्यवाही में बाधा डाल रहे हैं। विपक्षी सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से हस्तक्षेप करने की अपील की है।
सरकार का रुख और विपक्ष की रणनीति
सर्वदलीय बैठक में सरकार ने सत्र के दौरान सुचारू कार्यवाही की अपील की।
- केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने सभी दलों से सत्र के दौरान विधायी कामकाज में सहयोग करने की अपील की।
- सरकार की प्राथमिकता सूची में वक्फ (संशोधन) विधेयक, महिला आरक्षण बिल और डेटा प्रोटेक्शन बिल जैसे महत्वपूर्ण विधेयक शामिल हैं।
- विपक्ष ने अडानी, मणिपुर और महंगाई जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है।
बैठक में शामिल प्रमुख नेता
सर्वदलीय बैठक में विभिन्न दलों के प्रमुख नेताओं ने हिस्सा लिया:
- भाजपा: अध्यक्ष जे पी नड्डा
- कांग्रेस: जयराम रमेश, गौरव गोगोई
- अन्नाद्रमुक: टी शिवा
- शिरोमणि अकाली दल: हरसिमरत कौर बादल
- अपना दल (एस): अनुप्रिया पटेल
शीतकालीन सत्र के संभावित मुद्दे
शीतकालीन सत्र के दौरान निम्नलिखित प्रमुख मुद्दों पर बहस की संभावना है:
- अडानी ग्रुप पर लगे आरोप
- मणिपुर हिंसा और शांति बहाली
- प्रदूषण नियंत्रण और राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम
- रेल सुरक्षा और हालिया दुर्घटनाओं की जांच
- विधायी एजेंडा: वक्फ संशोधन विधेयक, महिला आरक्षण बिल, डेटा सुरक्षा विधेयक।