उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में सोमवार को हुए दर्दनाक बस हादसे ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया। इस हादसे में अब तक 36 लोगों की मौत हो चुकी है और कई यात्री गंभीर रूप से घायल हैं। यह हादसा अल्मोड़ा के मार्चुला के पास हुआ, जहां यात्रियों से भरी एक बस गहरी खाई में गिर गई। बताया जा रहा है कि हादसे के समय बस में 45 लोग सवार थे। दुर्घटना की खबर फैलते ही इलाके में हड़कंप मच गया और रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य में जुट गई। एसएसपी अल्मोड़ा सहित नैनीताल पुलिस की टीमें भी घटनास्थल पर मौजूद हैं और घायलों को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री धामी का सख्त रुख, निलंबन के आदेश
हादसे के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और इसे लेकर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। सीएम धामी ने इस संबंध में पौड़ी और अल्मोड़ा क्षेत्र के संबंधित एआरटीओ (परिवहन अधिकारी) प्रवर्तन को निलंबित करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही कुमाऊं मंडल के आयुक्त को इस हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश दिए गए हैं ताकि दुर्घटना के कारणों की जांच की जा सके और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।
घटनास्थल पर बचाव कार्य जारी, गंभीर घायलों को एयरलिफ्ट के निर्देश
मुख्यमंत्री धामी ने दुर्घटना की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और SDRF (राज्य आपदा मोचन बल) की टीमों को तेजी से राहत एवं बचाव अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने यह भी कहा है कि यदि आवश्यकता पड़ी, तो गंभीर रूप से घायल यात्रियों को एयरलिफ्ट कराकर उच्च चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर भी इस हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि “अल्मोड़ा के मार्चुला में हुई बस दुर्घटना में यात्रियों के हताहत होने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। जिला प्रशासन को तेजी के साथ राहत एवं बचाव अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं।”
अब तक 36 की मौत की पुष्टि, घायलों को इलाज के लिए भेजा गया
इस दर्दनाक हादसे में अब तक 36 लोगों की मौत की पुष्टि की जा चुकी है। प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, इस हादसे में तीन घायलों को बेहतर इलाज के लिए एम्स भेजा गया है, जबकि अन्य घायलों का रामनगर के सरकारी अस्पताल में इलाज जारी है। हादसे में घायल यात्रियों में से 15 लोगों की हालत नाजुक बताई जा रही है, जिन्हें हायर सेंटर में रेफर किया गया है।
मृतकों के परिवारों को मुआवजा और घायलों की सहायता
कुमाऊं मंडलायुक्त दीपक कुमार ने बताया कि हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों के परिवारों को चार लाख रुपये और घायलों को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही रामनगर में एम्स से डॉक्टरों की टीम भेजी जा रही है, जो गंभीर घायलों का इलाज करने में सहायता करेगी। घटनास्थल पर एसडीआरएफ, एसडीएम, और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद हैं और लगातार राहत कार्य में जुटे हुए हैं।
बस को काटकर फंसे लोगों को बाहर निकालने की कोशिश
सूचना के अनुसार, बस में अब भी कुछ लोगों के फंसे होने की आशंका है। इस स्थिति में राहत कर्मी बस को काटकर अंदर फंसे यात्रियों को निकालने का प्रयास कर रहे हैं। यह हादसा कितना भयानक था इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि हादसे के बाद पूरी बस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है।
दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू, लापरवाही की आशंका
इस दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए कुमाऊं मंडल के आयुक्त को मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह दुर्घटना चालक की लापरवाही या बस के तकनीकी खराबी के कारण हो सकती है। मुख्यमंत्री धामी ने इस दुर्घटना में किसी भी प्रकार की लापरवाही को लेकर कड़ी कार्रवाई का संकेत दिया है और इसे लेकर उच्च स्तर पर जांच की जाएगी।
स्थानीय निवासियों का सहयोग, पीड़ितों के परिवार में शोक की लहर
इस हादसे से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय निवासी भी बचाव कार्य में मदद के लिए आगे आए। कई परिवारों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, और प्रशासन द्वारा मदद की पूरी कोशिश की जा रही है।