अमेरिका-चीन टैरिफ वॉर: भारत को मिल सकता है बड़ा फायदा, एयर इंडिया खरीद सकती है बोइंग के विमान

अमेरिका और चीन के बीच चल रहे टैरिफ वॉर (शुल्क युद्ध) का असर अब वैश्विक विमानन उद्योग पर भी पड़ने लगा है। इस तनाव का सीधा फायदा भारत को मिलता नजर आ रहा है। दरअसल, चीन ने अमेरिकी विमान निर्माता कंपनी बोइंग (Boeing) के तैयार किए गए कुछ विमानों को खरीदने से इनकार कर दिया है। अब ऐसी संभावना है कि भारत की प्रमुख एयरलाइन एयर इंडिया, जो अब टाटा समूह के स्वामित्व में है, इन विमानों को खरीदने में रुचि दिखा रही है।
एयर इंडिया को चाहिए नए विमान
एयर इंडिया इन दिनों अपने बेड़े को मजबूत करने और सेवाओं को बेहतर बनाने में जुटी है। इसके लिए उसे नई और आधुनिक वाइड बॉडी विमानों की आवश्यकता है। बोइंग के जो विमान चीन के लिए तैयार किए गए थे, लेकिन अब अधर में लटक गए हैं, उन्हें एयर इंडिया खरीद सकती है। खबरों की मानें तो एयर इंडिया 30 से 40 वाइड बॉडी विमान खरीदने पर विचार कर रही है।
बोइंग को झटका, लेकिन भारत बना सहारा
बोइंग कंपनी ने चीन की एयरलाइंस के लिए 10 विमान तैयार किए थे। लेकिन अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते टैरिफ विवाद की वजह से चीन ने इन विमानों को लेने से मना कर दिया। अमेरिका ने चीन पर 125 प्रतिशत टैरिफ लगाया है, जिसके जवाब में चीन ने अमेरिकी उत्पादों को रिजेक्ट करना शुरू कर दिया है।
इस स्थिति में बोइंग को बड़ा आर्थिक झटका लग सकता था, लेकिन भारत और मलेशिया जैसे देशों की दिलचस्पी से उसे राहत मिल सकती है। एयर इंडिया और मलेशिया की कुछ एयरलाइंस इन विमानों को खरीदने के लिए बातचीत कर रही हैं।
एयर इंडिया की नजर बोइंग 777 और एयरबस A350 पर
एयर इंडिया अपनी जरूरतों के अनुसार बोइंग के 777X मॉडल और एयरबस के A350 मॉडल पर विचार कर रही है। माना जा रहा है कि इस सौदे का अंतिम रूप जून 2025 में पेरिस एयर शो के दौरान सामने आ सकता है। यदि यह डील होती है, तो यह भारत की विमानन ताकत को और मजबूत कर सकती है।
बोइंग विमानों की कीमत कितनी होती है?
बोइंग के विमानों की कीमत उनके मॉडल और फीचर्स पर निर्भर करती है। उदाहरण के तौर पर:
-
बोइंग 737 मैक्स: लगभग ₹900 से ₹1100 करोड़ तक, यह विमान छोटी दूरी की उड़ानों के लिए उपयुक्त है।
-
बोइंग 777: लगभग ₹2500 से ₹3500 करोड़, इसमें 300 से 400 यात्री बैठ सकते हैं और यह लंबी दूरी की उड़ानों के लिए बेहतरीन है।
-
कुछ बड़े और अधिक सुविधाजनक मॉडल की कीमत ₹4000 करोड़ तक भी हो सकती है।
अमेरिका और चीन के बीच चल रहे टैरिफ वॉर ने भारत को एक बड़ा अवसर दिया है। एयर इंडिया इस मौके का फायदा उठाकर अपने बेड़े को आधुनिक और सशक्त बना सकती है। इससे न सिर्फ एयरलाइन को मजबूती मिलेगी, बल्कि भारत की वैश्विक विमानन बाजार में स्थिति और सशक्त होगी।