अमेरिका ने अवैध रूप से रह रहे कई भारतीय नागरिकों को चार्टर्ड फ्लाइट के माध्यम से भारत वापस भेजा है। अमेरिकी होमलैंड सुरक्षा विभाग (DHS) ने जानकारी दी कि यह कदम भारत सरकार के सहयोग से उठाया गया है ताकि अमेरिकी आव्रजन नियमों का पालन किया जा सके और अवैध प्रवास को रोका जा सके। DHS के वरिष्ठ अधिकारी क्रिस्टी ए. कैनेगलो ने कहा कि अवैध रूप से अमेरिका में रहने वाले भारतीय नागरिकों को वापस भेजा जाएगा और भारतीय प्रवासियों को चेतावनी दी कि वे अवैध प्रवास के बारे में भ्रामक जानकारी देने वाले दलालों से सावधान रहें। इस कार्रवाई का उद्देश्य सुरक्षित और वैध मार्गों से प्रवास को प्रोत्साहित करना है।
DHS ने जानकारी दी कि 22 अक्टूबर को यह फ्लाइट भारत भेजी गई थी, और यह कार्रवाई आव्रजन कानूनों को सख्ती से लागू करने के व्यापक प्रयासों का हिस्सा है। DHS के अनुसार, जून 2023 से अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर अवैध प्रवास में लगभग 55% की कमी आई है। वित्तीय वर्ष 2024 में, DHS ने 1,60,000 से अधिक लोगों को उनके देशों में वापस भेजा है, जिसमें 145 देशों में 495 से अधिक उड़ानों का संचालन शामिल है। इस प्रकार के कार्यों में भारत भी सम्मिलित है, और भारत के अलावा कई अन्य देशों जैसे कोलंबिया, इक्वाडोर, पेरू, मिस्र, मॉरिटानिया, सेनेगल, उज्बेकिस्तान और चीन से भी अवैध नागरिकों को वापस भेजा गया है।
DHS ने कहा कि उनका लक्ष्य है कि अवैध प्रवास को हतोत्साहित किया जाए और लोगों को कानूनी प्रक्रिया से अमेरिका में प्रवेश के लिए प्रेरित किया जाए। भारत और अमेरिका की सरकारों के बीच हुए इस सहयोग से यह संकेत मिलता है कि दोनों देश अवैध प्रवासियों की वापसी पर सहमत हैं। DHS ने विभिन्न देशों के साथ संवाद जारी रखा है ताकि उनके नागरिकों की वापसी को सुरक्षित और सुव्यवस्थित तरीके से सुनिश्चित किया जा सके।
अमेरिका द्वारा उठाए गए इस कदम का उद्देश्य न केवल अवैध प्रवास को नियंत्रित करना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि जो लोग कानूनी प्रक्रिया से आना चाहते हैं, उनके लिए उचित मार्ग बनाए रखें।