अमेरिका में अवैध प्रवासियों की निकासी का अभियान शुरू हो चुका है। इन प्रवासियों को सैन्य विमानों के जरिए अमेरिका की सीमाओं से बाहर भेजा जा रहा है। व्हाइट हाउस ने इस अभियान की शुरुआत पर एक तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर शेयर की है, जिसमें अवैध प्रवासियों को सैन्य विमान में चढ़ते हुए दिखाया गया है।
ट्रंप के चुनावी वादे पर अमल
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शपथ ग्रहण के बाद जिन कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए थे, उनमें अवैध प्रवासियों को अमेरिका से बाहर करने का आदेश भी शामिल था। उन्होंने अपने चुनावी अभियान में बार-बार यह वादा किया था कि राष्ट्रपति बनने के बाद वह अवैध घुसपैठ को पूरी तरह खत्म कर देंगे। अब उनके इस वादे को हकीकत में बदला जा रहा है। व्हाइट हाउस ने तस्वीर के साथ पोस्ट में लिखा, “वादे किए गए, वादे निभाए गए।”
इस अभियान के पहले दिन 160 अवैध प्रवासियों को निकाला गया। ये प्रवासी ग्वाटेमाला के थे और उन्हें दो सैन्य फ्लाइट्स के जरिए उनके देश वापस भेजा गया। हर फ्लाइट में 80-80 प्रवासी थे। तस्वीर में देखा जा सकता है कि प्रवासियों को लाइन में खड़ा कर सैन्य विमान C-17 में चढ़ाया जा रहा है। इन लोगों को सुरक्षा के लिहाज से हथकड़ी पहनाई गई थी।
ग्वाटेमाला सरकार का सहयोग
अमेरिकी गृह विभाग के मुताबिक, यह निकासी अभियान ग्वाटेमाला सरकार के साथ मिलकर चलाया जा रहा है। विभाग ने अपने बयान में कहा, “अवैध प्रवास को खत्म करने और सीमा सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए अमेरिका और ग्वाटेमाला पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।” बयान में यह भी कहा गया कि यह केवल शुरुआत है और निकासी का यह सिलसिला जारी रहेगा।
व्हाइट हाउस का संदेश
व्हाइट हाउस ने अपने पोस्ट में साफ संदेश दिया है कि अमेरिका में अवैध तरीके से दाखिल होने वालों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने इस फैसले से दुनिया को यह दिखा दिया है कि अमेरिका अपनी सीमा सुरक्षा को लेकर बेहद सख्त है।
अवैध प्रवासियों पर सख्ती
ट्रंप प्रशासन के इस कदम से अमेरिका में अवैध घुसपैठ के खिलाफ सख्ती बढ़ गई है। प्रशासन ने प्रवासियों की पहचान कर उन्हें सीमा से बाहर भेजने की प्रक्रिया तेज कर दी है। इस कदम से ट्रंप सरकार ने अपने चुनावी वादे को अमल में लाकर अवैध प्रवासियों और सीमा सुरक्षा पर कड़ा रुख अपनाने का संदेश दिया है।
यह अभियान न केवल ट्रंप प्रशासन के लिए एक अहम उपलब्धि है, बल्कि यह उन लोगों के लिए चेतावनी भी है जो अवैध तरीके से अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश करते हैं।