
भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर किए गए हवाई हमले के बाद पंजाब सरकार ने राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ा एक्शन लिया है। पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने राज्य के सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के ज़रिए बैठक की और उन्हें अपने-अपने इलाकों में चौकसी बढ़ाने और शांति बनाए रखने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं।
डीजीपी ने सभी जिलों के पुलिस कमिश्नरों और एसएसपी को हिदायत दी कि वे संदिग्ध लोगों पर कड़ी नजर रखें और ऐसे किसी भी शरारती तत्व को समय रहते काबू करें जो माहौल बिगाड़ने की कोशिश करे। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए यह ज़रूरी है कि पंजाब में सुरक्षा व्यवस्था को पहले से कहीं ज़्यादा मज़बूत किया जाए, ताकि कोई भी आतंकवादी या गैंगस्टर किसी बड़ी घटना को अंजाम न दे सके।
सरहदी इलाकों में विशेष सतर्कता
गौरव यादव ने खास तौर पर पाकिस्तान से लगती पंजाब की अंतरराष्ट्रीय सीमा वाले जिलों जैसे फिरोजपुर, अमृतसर, गुरदासपुर, पठानकोट और तरनतारन के अधिकारियों से सीधे बातचीत की। उन्होंने इन क्षेत्रों में पुलिस की अतिरिक्त तैनाती के निर्देश दिए और कहा कि राज्य की दूसरी सुरक्षा पंक्ति यानी सेकंड लाइन ऑफ डिफेंस को पूरी तरह से सक्रिय किया जाए। बता दें कि इस सेकंड लाइन की जिम्मेदारी बीएसएफ के साथ-साथ अब पंजाब पुलिस के पास भी है।
संवेदनशील क्षेत्रों में अलर्ट जारी
डीजीपी ने कहा कि संवेदनशील नागरिक इलाकों और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर भी पुलिस को गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सभी थाना प्रभारियों यानी SHO को आदेश दिया गया है कि वे ज़्यादा से ज़्यादा समय फील्ड में रहें और जनता से सीधे संवाद बनाकर यह भरोसा दिलाएं कि पुलिस हर समय सतर्क है।
सभी जिलों में रोज़ाना सुरक्षा मीटिंग अनिवार्य
गौरव यादव ने यह भी स्पष्ट किया कि अब से सभी पुलिस अधिकारियों को अपनी टीमों के साथ रोज़ाना सुरक्षा संबंधी मीटिंग करनी होगी। इसमें उस दिन की स्थिति का जायज़ा लिया जाएगा और अगले दिन की कार्य योजना तय की जाएगी। उनका कहना है कि यह कदम सुरक्षा व्यवस्था को लगातार मजबूत बनाए रखने में मदद करेगा।
अतिरिक्त बल की तैनाती से बढ़ेगा नियंत्रण
डीजीपी ने जानकारी दी कि फिरोज़पुर, अमृतसर, पठानकोट, तरनतारन और गुरदासपुर जैसे संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया है। इन जिलों की निगरानी विशेष रूप से की जा रही है क्योंकि सीमावर्ती होने की वजह से यहां आतंकवादी गतिविधियों या पाकिस्तान समर्थित तत्वों की घुसपैठ का खतरा ज़्यादा रहता है।
कानून व्यवस्था बनाए रखना पहली प्राथमिकता
डीजीपी ने दोहराया कि पंजाब पुलिस की पहली ज़िम्मेदारी राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखना है और मौजूदा स्थिति को देखते हुए यह और भी ज़रूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि अगर किसी भी इलाके में कोई संदिग्ध हरकत या शांति भंग करने की कोशिश दिखे तो तुरंत सख्त एक्शन लिया जाए।
नागरिकों से भी सहयोग की अपील
अंत में डीजीपी गौरव यादव ने पंजाब के नागरिकों से भी अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और पुलिस प्रशासन को सहयोग करें। उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से सतर्क हैं और किसी भी खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।