
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के माहौल में एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर कई देशों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। इस पूरे घटनाक्रम में सबसे बड़ा बयान चीन की ओर से आया है, जिसने पाकिस्तान के पक्ष में खुलकर समर्थन जताया है।
दरअसल, 10 मई को चीन के विदेश मंत्री वांग यी और पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री व विदेश मंत्री इशाक डार के बीच टेलीफोन पर बातचीत हुई। इस बातचीत के दौरान चीन ने साफ कहा कि वह पाकिस्तान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का पूरा समर्थन करता है और हर चुनौती में उसके साथ खड़ा रहेगा।
चीन का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है। चीन के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि, “चीन, पाकिस्तान का सच्चा रणनीतिक सहयोगी और मजबूत मित्र है। हम पाकिस्तान के साथ उसकी राष्ट्रीय स्वतंत्रता और संप्रभुता की रक्षा में पूरा सहयोग करेंगे।”
चीन ने यह भी कहा कि वह पाकिस्तान के संयम और शांतिपूर्ण रवैये की सराहना करता है, खासकर ऐसे समय में जब हालात काफी संवेदनशील हैं।
UAE ने भी दिखाई रुचि, किया संघर्ष विराम का स्वागत
पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद से भी बातचीत की। इस बातचीत में UAE ने भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौते का स्वागत किया और दोनों देशों से संयम बनाए रखने की अपील की।
अमेरिका की भूमिका और शहबाज शरीफ की प्रतिक्रिया
इस पूरे घटनाक्रम में अमेरिका की भूमिका भी काफी अहम रही। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अमेरिकी नेतृत्व की तारीफ करते हुए कहा कि अमेरिका की सक्रिय भूमिका से दोनों देशों के बीच टकराव को कम करने में मदद मिली है।
शहबाज शरीफ ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “हम राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को उनके नेतृत्व के लिए धन्यवाद देते हैं। अमेरिका ने शांति के लिए जो पहल की है, वह सराहनीय है।” इसके साथ ही उन्होंने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और विदेश मंत्री मार्को रुबियो का भी आभार जताया।
प्रधानमंत्री शहबाज ने उम्मीद जताई कि यह समझौता दक्षिण एशिया में शांति, स्थिरता और विकास की दिशा में एक नई शुरुआत साबित होगा।
नवाज शरीफ का बयान
इस बीच, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भी बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमेशा शांति का पक्षधर रहा है, लेकिन जब बात देश की रक्षा की आती है, तो उसे पीछे नहीं हटना आता। नवाज शरीफ ने कहा, “हम युद्ध नहीं चाहते, लेकिन हम अपनी सुरक्षा करना जानते हैं।”
भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजर बनी हुई है। जहां चीन ने पाकिस्तान को समर्थन देने की बात कही है, वहीं अमेरिका और UAE जैसे देश शांति स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। देखना यह होगा कि आने वाले दिनों में यह घटनाक्रम किस दिशा में बढ़ता है – टकराव की ओर या समझौते की ओर।