
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पंजाब सरकार ने एक बड़ा और सख्त फैसला लिया है। प्रदेश में सुरक्षा और प्रशासन को मजबूत बनाए रखने के लिए राज्य सरकार ने सभी IAS अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। अब कोई भी अधिकारी अगली सूचना तक छुट्टी पर नहीं जा सकेगा और न ही अपनी तैनाती वाली जगह छोड़ सकेगा।
हालात बेहद तनावपूर्ण
पंजाब सरकार का यह फैसला तब आया है जब राज्य के कई जिलों में पाकिस्तान की ओर से हमले किए गए हैं। बीती रात जालंधर, पठानकोट और अन्य सीमावर्ती इलाकों में मिसाइलें दागी गई थीं, जिन्हें भारतीय सेना ने हवा में ही नष्ट कर दिया। इस घटनाक्रम के बाद से राज्य में डर और चिंता का माहौल बन गया है।
प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हैं, लेकिन हालात को नियंत्रण में बनाए रखने के लिए हर स्तर पर सतर्कता बढ़ाई जा रही है। यही वजह है कि सरकार ने यह सख्त कदम उठाया है ताकि कोई भी प्रशासनिक कामकाज प्रभावित न हो और हर अधिकारी अपनी जिम्मेदारी पर मुस्तैद रहे।
सरकारी आदेशों की सख्त पालना
पंजाब सरकार की ओर से जारी निर्देशों में साफ कहा गया है कि कोई भी IAS अधिकारी अपनी पोस्टिंग की जगह से बाहर नहीं जाएगा। सभी को अपने-अपने क्षेत्र में मौजूद रहना अनिवार्य है। किसी भी आपात स्थिति में त्वरित निर्णय लेने और राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए यह व्यवस्था जरूरी मानी जा रही है।
यह आदेश सिर्फ छुट्टियों को लेकर नहीं है, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया गया है कि अधिकारी लगातार ग्राउंड लेवल पर निगरानी रखें और लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता से हल करें।
जनता से अपील: घबराएं नहीं, लेकिन सतर्क रहें
सरकार और प्रशासन की तरफ से जनता को भरोसा दिलाया गया है कि राज्य पूरी तरह सुरक्षित है। हालात पर हर पल नजर रखी जा रही है। वहीं, नागरिकों से अपील की गई है कि वे किसी भी अफवाह से बचें और जरूरत पड़ने पर नजदीकी प्रशासनिक अधिकारी से संपर्क करें।
पुलिस, सेना और सिविल डिफेंस की टीमें पूरी तरह एक्टिव हैं। पंजाब सरकार की यह सख्ती यह दिखाती है कि वह हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है।