
अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने संगठित अपराध के खिलाफ बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के अपराधी गिरोह को पकड़ने में सफलता पाई है। यह गिरोह विदेश में बैठकर पंजाब में अपराध को अंजाम दे रहा था। पुलिस ने मात्र 8 घंटे के भीतर चार गैंगस्टरों को गिरफ्तार करके जनडियाला गुरु के पार्षद हरजिंदर सिंह उर्फ बहमन की हत्या की गुत्थी सुलझा ली है।
पुलिस और गैंगस्टर के बीच मुठभेड़
यह पूरी कार्रवाई उस समय रोमांचक मोड़ पर पहुंच गई जब फतेहपुर के पास एक पुलिस पार्टी ने गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी को पकड़ने की कोशिश की। खुद को घिरा देखकर गोपी ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में एसएचओ छेहर्टा ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से आत्मरक्षा में फायर किया, जिससे गोपी के पैर में गोली लगी। घायल गोपी को तुरंत अमृतसर सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
बड़ी बरामदगी
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने मौके से एक Glock 9mm पिस्टल भी बरामद किया है, जो एक खतरनाक हथियार माना जाता है और अक्सर पेशेवर गैंगस्टरों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है।
हरजिंदर सिंह की हत्या का खुलासा
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद यह स्पष्ट हुआ कि यह हत्या गैंगवॉर और पुरानी रंजिश के चलते की गई थी। विदेश में बैठे अपराधी किशन गैंग के इशारे पर इन गैंगस्टरों ने हत्या की साजिश रची थी। पुलिस अब मामले की आगे की जांच कर रही है ताकि गिरोह से जुड़े बाकी सदस्यों और सप्लायरों तक पहुंचा जा सके।
पंजाब पुलिस की सख्त चेतावनी
@PunjabPoliceInd ने स्पष्ट किया है कि वह प्रदेश में किसी भी organized crime को बर्दाश्त नहीं करेगी। पुलिस का कहना है कि इस ऑपरेशन के जरिए गैंगवार को रोकने और आम लोगों में सुरक्षा की भावना मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है।
अमृतसर पुलिस की तेज़ कार्रवाई से साफ है कि राज्य सरकार और पुलिस संगठित अपराध के खिलाफ पूरी तरह सख्त रुख अपनाए हुए हैं। केवल 8 घंटे में हत्या के केस को सुलझाना और गैंग के अहम सदस्यों की गिरफ्तारी इस बात का संकेत है कि पंजाब अब गैंगस्टरों के लिए सुरक्षित जगह नहीं रहा।