दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने आगामी विधानसभा चुनाव से पहले महिला वोटर्स को अपने पक्ष में करने की रणनीति तेज कर दी है। हाल ही में उन्होंने ‘मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना’ के तहत महिलाओं को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। इसके साथ ही, उन्होंने दिल्ली की महिलाओं से अपील की है कि वे आम आदमी पार्टी को 100 फीसदी समर्थन दें।
60 फीसदी महिलाएं आम आदमी पार्टी के पक्ष में: केजरीवाल
सोमवार को बदरपुर में आयोजित एक जनसभा में अरविंद केजरीवाल ने कहा, “एक सर्वे के मुताबिक, दिल्ली की 60 प्रतिशत महिलाएं आम आदमी पार्टी को वोट देने की तैयारी कर चुकी हैं। लेकिन 40 प्रतिशत महिलाएं अभी भी हमारे साथ नहीं हैं। मेरी तपस्या में कोई कमी रह गई होगी जो ये 40 प्रतिशत महिलाएं हमें वोट नहीं दे रही हैं। मुझे 60 प्रतिशत से काम नहीं चलेगा। मेरी मां, बहनों से गुजारिश है कि 100 प्रतिशत महिलाएं आप को वोट दें।”
उन्होंने महिलाओं को जिम्मेदारी देते हुए कहा कि वे अपने परिवार और आसपास की अन्य महिलाओं को भी आम आदमी पार्टी के पक्ष में लाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा, “अपने घर की देवरानी, जेठानी, बहन, सास, ननद और बेटियों को समझाइए कि आम आदमी पार्टी को वोट देना है।”
पुरुषों को भी समझाने की अपील
केजरीवाल ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि महिलाओं को चाहिए कि वे अपने परिवार के पुरुषों को भी आप के पक्ष में वोट देने के लिए मनाएं। उन्होंने कहा, “मैं मानता हूं कि औरतें आदमियों से ज्यादा समझदार होती हैं। ये आदमी तो थोड़े बहुत बीजेपी के चक्कर में घूमते रहते हैं। मां, बहनें अपने-अपने मर्दों को समझाएं कि बीजेपी वालों ने क्या दिया? उनको बिठाकर बताएं कि बीजेपी के झांसे में न आएं और केजरीवाल के साथ चलें। तभी दिल्ली का कल्याण होगा।”
महिला सम्मान योजना को बताया बड़ी उपलब्धि
अरविंद केजरीवाल ने महिलाओं को उनकी सरकार की ‘मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना’ का हवाला देते हुए याद दिलाया कि इस योजना के तहत हर महिला को 1,000 रुपये की मासिक आर्थिक मदद दी जाएगी। उन्होंने वादा किया कि अगर उनकी सरकार दोबारा सत्ता में आती है, तो इस राशि को बढ़ाकर 2,100 रुपये कर दिया जाएगा।
केजरीवाल ने महिलाओं से कहा, “हमने दिल्ली में महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। हमारी सरकार ने डीटीसी बसों में महिलाओं को मुफ्त यात्रा की सुविधा दी है। बिजली और पानी के बिलों में राहत देकर महिलाओं की जिम्मेदारियों को कम किया है। हमारी योजनाएं महिलाओं के लिए बनाई गई हैं।”
महिला अदालत और सुरक्षा का मुद्दा
आप पार्टी ने महिलाओं को साधने के लिए हाल ही में ‘महिला अदालत’ का आयोजन किया, जहां महिलाओं की समस्याओं को सुना गया। इसके साथ ही, महिला सुरक्षा को चुनावी मुद्दा बनाते हुए केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार ने दिल्ली को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने के कई उपाय किए हैं।
उन्होंने कहा, “हमने सीसीटीवी कैमरे लगवाए, सड़कों को रोशन किया और महिलाओं के लिए हेल्पलाइन नंबर शुरू किया। ये कदम महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने के लिए उठाए गए हैं।”
महिलाओं को चुनावी रणनीति का केंद्र बनाने की तैयारी
दिल्ली में फरवरी तक विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में आम आदमी पार्टी 10 साल की एंटी इनकंबेंसी का सामना कर रही है। पार्टी ने इस बार महिलाओं को अपने पक्ष में करने के लिए विशेष रणनीति तैयार की है। महिला वोटर्स पर फोकस करते हुए आप पार्टी महिलाओं के लिए योजनाएं और घोषणाएं कर रही है।
केजरीवाल ने कहा कि महिलाओं को मुफ्त शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और रोजगार के अवसर देने के लिए उनकी सरकार हमेशा प्रतिबद्ध रही है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार ने जो योजनाएं बनाई हैं, वे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी।”
चुनावी माहौल में महिलाओं की अहम भूमिका
महिला वोटर्स को साधने की यह रणनीति आप पार्टी के लिए निर्णायक साबित हो सकती है। दिल्ली की राजनीति में महिलाओं का वोट बैंक हमेशा महत्वपूर्ण रहा है। ऐसे में, केजरीवाल की यह अपील और ‘मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना’ पार्टी के लिए सकारात्मक नतीजे ला सकती है।
निष्कर्ष
अरविंद केजरीवाल ने महिलाओं को केंद्र में रखते हुए अपनी चुनावी रणनीति को तेज कर दिया है। महिला सम्मान योजना और महिला अदालत जैसे कार्यक्रमों के जरिए आप पार्टी महिलाओं के बीच अपनी मजबूत छवि बनाने की कोशिश कर रही है। अब देखना यह होगा कि केजरीवाल की यह रणनीति आगामी विधानसभा चुनाव में कितनी कारगर साबित होती है।