दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को मतदान हुआ, जिसमें आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने परिवार के साथ मतदान किया। उनके साथ उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल और माता-पिता गोविंद राम केजरीवाल व गीता देवी भी वोट डालने पहुंचे। उन्होंने दिल्ली के लेडी इरविन सीनियर सेकेंडरी स्कूल में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
केजरीवाल ने जनता से की विकास के लिए वोट देने की अपील
वोट डालने के बाद अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से बात करते हुए दिल्ली की जनता से अपील की कि वे अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें और ऐसे उम्मीदवार को वोट दें जो दिल्ली के विकास के लिए काम करेगा। उन्होंने कहा, “मेरे माता-पिता बहुत उत्साहित थे और उन्होंने पूरी मेहनत से अपना वोट डाला। मैं दिल्ली की जनता से अपील करता हूं कि वे भी बाहर निकलें और मतदान करें। जो भी दिल्ली के लिए काम करेगा, उसे जनता का समर्थन मिलेगा।”
सुनीता केजरीवाल का बयान: दिल्ली की जनता ‘गुंडागर्दी’ बर्दाश्त नहीं करेगी
अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने भी मीडिया से बात की और दिल्ली की जनता पर भरोसा जताया। उन्होंने कहा, “दिल्ली के लोग बहुत समझदार हैं। हमें उन पर पूरा भरोसा है कि वे सही फैसला करेंगे। दिल्ली की जनता ‘गुंडागर्दी’ को बर्दाश्त नहीं करती, इसलिए हमें पूरा विश्वास है कि वे सोच-समझकर मतदान करेंगे।”
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर हो रहा मतदान
बुधवार सुबह 7 बजे से दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर मतदान शुरू हुआ, जो शाम 6 बजे तक चला। इस चुनाव में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
इस बार चुनाव में कई सीटों पर कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है, जिनमें नई दिल्ली, जंगपुरा और कालकाजी प्रमुख हैं। नई दिल्ली सीट पर तीन बड़े उम्मीदवारों के बीच मुकाबला है— AAP के अरविंद केजरीवाल, बीजेपी के प्रवेश वर्मा और कांग्रेस के संदीप दीक्षित।
दिल्ली की जनता वोटिंग के लिए तैयार
दिल्ली विधानसभा चुनाव में कुल 1,56,14,000 पंजीकृत मतदाता हैं, जिनमें 83,76,173 पुरुष, 72,36,560 महिलाएं और 1,267 थर्ड जेंडर के वोटर शामिल हैं।
इसके अलावा, 2,39,905 युवा मतदाता (18-19 साल की उम्र के), 1,09,368 वरिष्ठ नागरिक (85 साल से अधिक उम्र के) और 79,885 दिव्यांग मतदाता भी अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकते हैं।
AAP अपनी उपलब्धियों के दम पर फिर से सत्ता में आने की कोशिश में
AAP इस बार अपनी पिछली सरकार के कार्यों और उपलब्धियों के आधार पर दोबारा चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है। फिलहाल आम आदमी पार्टी के पास 70 में से 60 से ज्यादा सीटें हैं और वह फिर से सत्ता में वापसी के लिए चुनावी मैदान में उतरी है।
इस बार चुनावी मैदान में कुल 699 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
अब देखना दिलचस्प होगा कि दिल्ली की जनता किसे अपना समर्थन देती है और अगली सरकार किसकी बनती है।