आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में दिल्ली में उनकी पार्टी चौथी बार सरकार बनाने जा रही है। उन्होंने कहा कि इस बार चुनाव में आप की जीत निश्चित है, हालांकि सीटों की संख्या में कुछ उतार-चढ़ाव हो सकता है। केजरीवाल यह बयान रविवार को वरिष्ठ आप नेता जैस्मीन शाह की पुस्तक ‘द दिल्ली मॉडल किताब’ के विमोचन कार्यक्रम में दे रहे थे।
केजरीवाल ने कहा कि आप ने तीन बार दिल्ली चुनाव जीते हैं और अब एक बार फिर दिल्ली में चुनाव होने वाले हैं। उनका कहना था कि भाजपा के पास चुनाव में कोई स्पष्ट मुद्दा नहीं है, जबकि आम आदमी पार्टी ने अपने कामकाज के आधार पर चुनाव लड़ा और जीता है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ दिल्ली के गवर्नेंस मॉडल की बात नहीं है, बल्कि यह आम आदमी पार्टी की राजनीति का मॉडल भी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि आप ने लोगों की रोज़मर्रा की समस्याओं को हल करने की कोशिश की है और इस नीति के आधार पर पार्टी आगामी चुनाव में सफलता हासिल करेगी।
अरविंद केजरीवाल ने इस अवसर पर अपनी राजनीतिक यात्रा के बारे में भी साझा किया। उन्होंने बताया कि उनकी पहली मुलाकात मनीष सिसोदिया से हुई थी। केजरीवाल ने कहा कि वे इंजीनियर भी हैं और थोड़ी बहुत कोडिंग भी जानते हैं, लेकिन इन्कम टैक्स विभाग में डिप्टी कमिश्नर के रूप में काम कर रहे थे। इसके बाद उन्होंने अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी और आम आदमी पार्टी के निर्माण में जुट गए। केजरीवाल ने कहा कि पार्टी की स्थापना के शुरुआती दिनों में उन्होंने दिल्ली के विभिन्न झुग्गी-झोपड़ियों में काम किया और वहां के लोगों की समस्याओं को समझा। इसके बाद सत्येंद्र जैन से मुलाकात हुई, जो पेशे से एक आर्किटेक्ट थे। केजरीवाल ने इन घटनाओं को अपने राजनीतिक सफर का अहम हिस्सा बताया।
केजरीवाल ने टिकट वितरण के मुद्दे पर भी अपनी पार्टी की नीति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए सभी उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी गई है। टिकट वितरण के दौरान यह कभी नहीं देखा गया कि कोई सीट विशेष जाति या वर्ग के लिए तय की जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि टिकट केवल उम्मीदवारों के प्रदर्शन और काम के आधार पर दिए गए हैं। उनका मानना है कि जो व्यक्ति जनता की सेवा कर रहा है और उसे पसंद किया जा रहा है, वही सही उम्मीदवार है। जाति या अन्य बाहरी तत्वों को चुनावी टिकट देने में कोई भूमिका नहीं है। केजरीवाल ने यह भी कहा कि दिल्ली मॉडल ऑफ गवर्नेंस में ईमानदारी सबसे महत्वपूर्ण तत्व है, जो कि उनकी पार्टी की सबसे बड़ी पहचान है।
केजरीवाल का यह बयान दिल्ली की राजनीति में खासा महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि दिल्ली में भाजपा और कांग्रेस दोनों का ही राजनीतिक प्रभाव कुछ समय से कम हुआ है और आप ने लगातार अपने कार्यों के माध्यम से जनहित में कई योजनाएं लागू की हैं। इस बीच, आगामी विधानसभा चुनाव में आप का यह दावा पार्टी के भविष्य के लिए सकारात्मक संकेत माने जा रहे हैं।
इस मौके पर केजरीवाल ने दिल्ली के गवर्नेंस मॉडल को सफल बताया और कहा कि उनकी सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी, बिजली और सफाई जैसे मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया है। उनका मानना है कि इन मुद्दों पर काम करने से ही पार्टी को जनता का समर्थन मिला है और आगे भी यह समर्थन जारी रहेगा।
वहीं, आम आदमी पार्टी की रणनीति को लेकर केजरीवाल का यह स्पष्ट बयान कि टिकट केवल प्रदर्शन और काम के आधार पर दिए जाएंगे, यह संकेत देता है कि पार्टी आगामी चुनावों में अपने मजबूत नेतृत्व और कार्यों के साथ मैदान में उतरेगी।