अरविंद केजरीवाल ने यमुनाजी के प्रदूषण को रोकने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इन कदमों का उद्देश्य यमुनाजी को साफ करना और नदी में गिरने वाले गंदे पानी को रोकना है।
गंदे पानी की रोकथाम
अरविंद केजरीवाल की सरकार ने दिल्ली की 1792 अनधिकृत कॉलोनियों में सीवेज सिस्टम स्थापित कर दिया है, जिससे अब इन कॉलोनियों का गंदा पानी सीधे यमुनाजी में नहीं गिरता। यह कदम यमुनाजी में बिना उपचारित सीवेज के बहाव को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है। इस पहल का लक्ष्य यमुनाजी को स्वच्छ बनाना और प्रदूषण को कम करना है।
सीवेज उपचार संयंत्रों की क्षमता बढ़ाना
इसके अलावा, दिल्ली सरकार ने सीवेज उपचार संयंत्रों की क्षमता बढ़ाने की योजना बनाई है। इसके तहत, पुराने संयंत्रों को सुधारने के साथ-साथ नए संयंत्रों का निर्माण भी किया जा रहा है। इससे अधिक मात्रा में सीवेज का उपचार किया जा सकेगा और यमुनाजी में प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सकेगा।
सीमा पर नए उपचार संयंत्रों की योजना
दिल्ली सरकार की योजना में एक और महत्वपूर्ण कदम है। दिल्ली की सीमा पर उन दो नालों के पास नए उपचार संयंत्रों की स्थापना की जा रही है, जो लगातार यमुनाजी को प्रदूषित कर रहे हैं। इन नालों से नालियों का गंदा पानी बिना उपचार के यमुनाजी में बहता है, जो सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन करता है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने यह सुनिश्चित करने का वादा किया है कि इन नालों से बहने वाला गंदा पानी रोकने के लिए पूरी कोशिश की जाएगी और इससे यमुनाजी में पानी की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
आगे की योजनाएँ
आने वाले समय में यमुनाजी को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए दिल्ली सरकार और भी कई योजनाएं लाएगी। इसके तहत नदी के किनारे के क्षेत्रों को स्वच्छ रखने, अवैध नालों को हटाने और यमुनाजी के आसपास जागरूकता अभियान चलाने की योजना बनाई जा रही है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का यह प्रयास दिल्ली को स्वच्छ और हरित बनाने के दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।