आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बांग्लादेश में संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को लेकर अपनी चिंता जताई है। उन्होंने अपनी एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर एक पोस्ट डालते हुए कहा कि संत चिन्मय कृष्ण दास को अन्यायपूर्ण तरीके से गिरफ्तार किया गया है और इस मुद्दे पर पूरा देश उनके साथ एकजुट है। केजरीवाल ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह इस मामले में हस्तक्षेप करे और संत को जल्द से जल्द रिहा कराए।
केजरीवाल ने इस मामले पर एक और पोस्ट डाली, जिसमें उन्होंने दिल्ली की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने लिखा, “दिल्ली में हर तरफ डर और असुरक्षा का माहौल है। गली-मोहल्लों में गोलियां चल रही हैं, व्यापारियों को धमकियां दी जा रही हैं, और सरेआम हत्याएं हो रही हैं।” केजरीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने दिल्ली की कानून व्यवस्था का मजाक बना दिया है।
नांगलोई में दो परिवारों से मिलने जाएंगे केजरीवाल
इसके अलावा, केजरीवाल ने नांगलोई इलाके में दो परिवारों से मिलने की योजना भी बनाई है। उन्होंने बताया कि एक परिवार की दुकान पर दिन-दहाड़े गोलियां चली थीं, जबकि दूसरे परिवार से फोन पर करोड़ों रुपये की फिरौती मांगी गई थी। केजरीवाल ने कहा, “ये सब दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में हो रहा है।” उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या किसी ने कभी सोचा था कि दिल्ली एक दिन देश का “extortion capital” (जबरी वसूली का केंद्र) बन जाएगा।
अमित शाह पर निशाना
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि यह सब दिल्ली के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के घर के कुछ किलोमीटर दूर हो रहा है। दिल्ली में दहशत का माहौल है, लेकिन सरकार इस पर कोई कदम नहीं उठा रही है। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि दिल्ली के लोग डर के माहौल में जी रहे हैं, जबकि केंद्रीय गृह मंत्री और उनकी सरकार हाथ पर हाथ रखकर बैठी हुई है।
केजरीवाल की यह टिप्पणी दिल्ली की सुरक्षा और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर गहरे सवाल उठा रही है, जिससे राजनीतिक हलकों में विवाद उत्पन्न हो सकता है।