आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना कर देश की सुख-समृद्धि के लिए आशीर्वाद लिया। इस विशेष अवसर पर उनके साथ उनकी धर्मपत्नी सुनीता केजरीवाल भी उपस्थित रहीं। दोनों ने मिलकर मंदिर में विधिवत यज्ञ और पूजा संपन्न की, जिसमें उन्होंने भगवान रामचंद्र जी से देशवासियों की भलाई और अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की।
पूजा के उपरांत अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मैंने और मेरी पत्नी ने भगवान रामचंद्र जी से देश के सभी लोगों के भले और अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की है, ताकि सबकी मनोकामनाएं पूरी हों।” उन्होंने सभी को दिवाली की शुभकामनाएं देते हुए कहा, “सबका भला हो, देश का भला हो और भगवान राम सबकी मनोकामनाएं पूरी करें।”
इस मौके पर आम आदमी पार्टी ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल से अरविंद केजरीवाल और उनकी धर्मपत्नी की तस्वीरें साझा कीं, जिसमें वे कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर में पूजा करते नजर आ रहे थे। पार्टी ने लिखा कि अरविंद केजरीवाल और उनकी धर्मपत्नी ने मंदिर में यज्ञ कर देश की भलाई के लिए आशीर्वाद लिया और भगवान से प्रार्थना की कि देश में सुख-शांति बनी रहे। पार्टी की ओर से बताया गया कि केजरीवाल ने भगवान राम से प्रार्थना की कि सभी घरों में शांति, समृद्धि आए और सबका स्वास्थ्य अच्छा रहे। उन्होंने यह भी कहा कि भगवान राम की कृपा से देश उन्नति के मार्ग पर निरंतर आगे बढ़े।
केजरीवाल की धार्मिक आस्था और हनुमान मंदिर का महत्व
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल का हनुमान मंदिर से विशेष जुड़ाव है। वे अक्सर अपने जीवन के खास मौकों पर इस मंदिर में पूजा करने आते रहते हैं और भगवान हनुमान से आशीर्वाद लेते हैं। उनका यह धार्मिक रुझान न केवल उनकी आस्था को दर्शाता है बल्कि जनता के प्रति उनकी निष्ठा को भी इंगित करता है। उन्होंने कहा कि धार्मिक आस्था न केवल व्यक्तिगत शांति का माध्यम है, बल्कि इसे देश की उन्नति और समाज की भलाई के लिए भी आवश्यक मानते हैं। इस बार दिवाली के अवसर पर भी उन्होंने देश की सुख-शांति के लिए भगवान से आशीर्वाद लिया।
केजरीवाल का यह कदम राजनीति से परे उनकी धार्मिक आस्थाओं का एक प्रतीक है, जो उनके और उनके समर्थकों के बीच एक विशेष जुड़ाव को मजबूत करता है। उनके इस धार्मिक पक्ष ने कई बार लोगों के दिलों में उनके प्रति एक सकारात्मक छवि बनाई है। खासकर, जब वे हनुमान मंदिर जैसे पवित्र स्थल पर जाकर देशवासियों के लिए प्रार्थना करते हैं, तो इससे जनता के प्रति उनके समर्पण का एक विशेष संदेश जाता है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ
सोशल मीडिया पर केजरीवाल की इस धार्मिक यात्रा को लोगों की ओर से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। कई लोग इसे उनकी व्यक्तिगत धार्मिक स्वतंत्रता और देश के प्रति उनकी शुभकामनाओं के रूप में देख रहे हैं, तो कुछ इसे राजनीति के नजरिए से भी आंक रहे हैं। कुछ समर्थकों ने इसे उनका एक सच्चा प्रयास बताया है कि वे केवल धार्मिक दृष्टिकोण से ही नहीं बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी देश की भलाई की कामना कर रहे हैं।
वहीं, कुछ आलोचकों ने इसे आगामी चुनावों के मद्देनजर एक राजनीतिक कदम के रूप में भी देखा है। हालांकि, आम आदमी पार्टी ने स्पष्ट किया है कि अरविंद केजरीवाल के हनुमान मंदिर आने का यह कोई पहला मौका नहीं है। यह उनके धार्मिक विश्वास का हिस्सा है, और वे पहले भी कई बार ऐसे अवसरों पर यहां दर्शन करने आते रहे हैं।
आने वाले समय में आम आदमी पार्टी की रणनीति
केजरीवाल की यह धार्मिक यात्रा ऐसे समय में हुई है जब देश में अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो रही हैं। कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह यात्रा केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की आगामी रणनीति का हिस्सा हो सकती है। इसके माध्यम से वे धार्मिकता और भलाई के संदेश को जोड़कर जनता के बीच अपनी सकारात्मक छवि को मजबूत करना चाह रहे हैं।
कुल मिलाकर, केजरीवाल का यह हनुमान मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना का कार्यक्रम न केवल उनकी व्यक्तिगत आस्था को प्रकट करता है बल्कि देशवासियों के लिए उनके मन में सद्भावना का प्रतीक भी है।