
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल की 10 दिन की विपश्यना साधना समाप्त हो गई है। विपश्यना के बाद केजरीवाल पंजाब के अमृतसर पहुंचे, जहां उन्होंने विधायक और पूर्व मंत्री डॉ. इंद्रबीर सिंह निज्जर के घर पर विश्राम किया।
अमृतसर में विधायकों से करेंगे चर्चा
रविवार को अरविंद केजरीवाल अमृतसर में पंजाब के विधायकों के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी शामिल होंगे। चर्चा का मुख्य विषय पंजाब में पार्टी की रणनीति और आगे की योजनाएं होगी।
लुधियाना में करेंगे रैली
केजरीवाल का दौरा यहीं खत्म नहीं होगा। सोमवार को वह मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ लुधियाना जाएंगे, जहां वह एक रैली को संबोधित करेंगे। इस दौरे को राजनीतिक रूप से अहम माना जा रहा है, क्योंकि दिल्ली विधानसभा चुनाव हारने के बाद यह उनका पहला पंजाब दौरा है।
विपक्षी दलों ने उठाए सवाल
केजरीवाल की पंजाब यात्रा पर विपक्षी दलों ने सवाल उठाए हैं। भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा और कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने उनके इस दौरे को पंजाब के मामलों में हस्तक्षेप बताया है। उन्होंने कहा कि एक गैर-निर्वाचित नेता का इस तरह का दखल सही नहीं है।
विपश्यना के दौरान भी चर्चा में रहे केजरीवाल
केजरीवाल 5 मार्च को होशियारपुर के आनंदगढ़ स्थित धम्म-धज विपश्यना केंद्र पहुंचे थे। यहां उन्होंने 10 दिन तक ध्यान साधना की। हालांकि, इस दौरान उनके सुरक्षा काफिले का एक वीडियो सामने आया, जिस पर विपक्ष ने निशाना साधा और कहा कि एक आध्यात्मिक साधना के दौरान इतना बड़ा सुरक्षा काफिला क्यों?
क्या है इस दौरे का महत्व?
राजनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक, यह दौरा आम आदमी पार्टी (AAP) की पंजाब में पकड़ मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा है। दिल्ली में हार के बाद AAP को अपनी स्थिति मजबूत करने की जरूरत है, और पंजाब ही उसका सबसे मजबूत गढ़ है।
अब देखना होगा कि केजरीवाल की यह बैठक और रैली पंजाब की राजनीति में क्या नया मोड़ लाती है।