ऑस्ट्रेलिया ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए वीजा फीस में भारी बढ़ोतरी की है, जिससे भारतीय छात्रों के लिए ऑस्ट्रेलिया में शिक्षा प्राप्त करने का सपना थोड़ा मुश्किल हो गया है। 1 जुलाई 2024 से, ऑस्ट्रेलिया ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों के वीजा की फीस 710 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर से बढ़ाकर 1600 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर कर दी है। यह निर्णय भारतीय छात्रों के लिए विशेष रूप से चिंता का कारण बन सकता है, क्योंकि बड़ी संख्या में भारतीय छात्र ऑस्ट्रेलिया में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए जाते हैं।
ऑस्ट्रेलिया ने क्यों किया फीस में इज़ाफा?
ऑस्ट्रेलिया सरकार ने इस कदम को लेकर स्पष्ट रूप से कोई विशेष कारण नहीं बताया है, लेकिन यह माना जा रहा है कि देश में बढ़ती आर्थिक स्थितियों और अन्य प्रशासनिक कारणों से वीजा फीस में वृद्धि की गई है। 1 जुलाई 2024 से लागू होने वाली यह बढ़ी हुई फीस अब छात्रों के लिए वित्तीय चुनौती का कारण बन सकती है। पहले, ऑस्ट्रेलिया में उच्च शिक्षा के लिए आने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों को वीजा के लिए 710 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का भुगतान करना पड़ता था, लेकिन अब इसे दोगुना करके 1600 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर कर दिया गया है।
भारतीय छात्रों पर असर
इस फैसले से सबसे ज्यादा प्रभाव भारतीय छात्रों पर पड़ेगा। पिछले कुछ वर्षों में, ऑस्ट्रेलिया में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए भारतीय छात्रों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। अब, वीजा फीस में इस वृद्धि से कई छात्र आर्थिक रूप से प्रभावित हो सकते हैं। भारतीय छात्रों के लिए यह बढ़ी हुई फीस एक बड़ी चुनौती बन सकती है, क्योंकि शिक्षा का खर्च पहले ही अधिक है और अब वीजा फीस में वृद्धि से उनकी आर्थिक स्थिति पर असर पड़ेगा।
भारत सरकार की प्रतिक्रिया
विदेश राज्यमंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने इस मुद्दे पर संसद में लिखित जवाब देते हुए जानकारी दी कि ऑस्ट्रेलिया ने 1 जुलाई 2024 से अंतरराष्ट्रीय छात्रों के वीजा शुल्क को 710 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर से बढ़ाकर 1600 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर कर दिया है। इस बारे में भारतीय सरकार ने ऑस्ट्रेलियाई सरकार से संपर्क किया है और इस मुद्दे को उठाया है। मंत्री ने बताया कि ऑस्ट्रेलियाई सरकार से यह अनुरोध किया गया है कि वह इस बढ़ोतरी को पुनः विचार करें, क्योंकि इससे छात्रों पर वित्तीय बोझ बढ़ सकता है।
ऑस्ट्रेलियाई सरकार से वार्ता जारी
मंत्री ने आगे बताया कि इस मामले को भारतीय सरकार ने ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों के सामने उठाया है और इस पर चर्चा की जा रही है। हालांकि, मंत्री ने यह भी कहा कि वीजा फीस में बढ़ोतरी के साथ-साथ छात्रों के लिए और भी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जिससे उनका शैक्षिक भविष्य प्रभावित हो सकता है। इस मुद्दे को भारत सरकार लगातार ऑस्ट्रेलियाई सरकार के सामने उठाती रहेगी और छात्रों के हित में कार्रवाई की जाएगी।
आर्थिक और शैक्षिक संबंधों पर असर
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शिक्षा क्षेत्र में मजबूत संबंध हैं, और यह बढ़ी हुई वीजा फीस दोनों देशों के बीच के संबंधों पर प्रभाव डाल सकती है। शिक्षा क्षेत्र के अलावा, भारत और ऑस्ट्रेलिया के आर्थिक और लोगों के बीच संबंध भी अहम हैं। मंत्री ने यह भी कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों का एक महत्वपूर्ण पहलू है, और भारत सरकार इस मामले को लेकर सक्रिय रूप से ऑस्ट्रेलियाई सरकार से संवाद करती रहेगी।
ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई का सपना देख रहे छात्रों के लिए चुनौती
ऑस्ट्रेलिया में उच्च शिक्षा का स्तर दुनिया भर में जाना जाता है और यहां की विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करने का सपना हजारों भारतीय छात्र देखते हैं। लेकिन अब वीजा फीस में हुई वृद्धि ने इस सपने को थोड़ा कठिन बना दिया है। छात्रों को अपनी शिक्षा को जारी रखने के लिए इस बढ़ी हुई फीस का भुगतान करना होगा, जो कि कुछ छात्रों के लिए वित्तीय चुनौती हो सकता है।
आगे की राह
ऑस्ट्रेलिया के इस निर्णय के बाद भारतीय सरकार ने इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाने की योजना बनाई है। इसके अलावा, भारत सरकार छात्रों के हितों की रक्षा के लिए ऑस्ट्रेलिया सरकार से निरंतर संपर्क बनाए रखेगी। हालांकि, यह देखा जाना बाकी है कि ऑस्ट्रेलिया सरकार इस मुद्दे पर क्या कदम उठाती है और क्या कोई राहत दी जाती है।
अंततः, इस बढ़ी हुई वीजा फीस से भारतीय छात्रों के लिए ऑस्ट्रेलिया में शिक्षा का सपना देखना थोड़ा महंगा हो सकता है, लेकिन भारतीय सरकार छात्रों के अधिकारों की रक्षा के लिए इसे लेकर सक्रिय रूप से काम कर रही है।