
पंजाब में चल रही “युद्ध नशों के विरुद्ध” मुहिम को अब जनता का पूरा समर्थन मिलने लगा है। इससे साफ है कि अब पंजाब की धरती पर नशा और नशा तस्करों की कोई जगह नहीं बची है। इसी कड़ी में फतेहगढ़ साहिब ज़िले में भी पुलिस ने बड़े स्तर पर कार्रवाई करते हुए नशे के खिलाफ सख़्त कदम उठाए हैं।
फतेहगढ़ साहिब के प्रशासनिक परिसर में मीडिया को जानकारी देते हुए ज़िला पुलिस प्रमुख शुभम अग्रवाल ने बताया कि ज़िले में अब तक 277 मामले दर्ज किए जा चुके हैं और 379 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इन आरोपियों के पास से बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ बरामद किए गए हैं।
गांव-गांव में जागरूकता अभियान
शुभम अग्रवाल ने बताया कि पुलिस सिर्फ गिरफ्तारियां करने तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज को जागरूक करने के लिए गांव-गांव में बैठकें और जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। इन बैठकों में आम लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं और नशे के खिलाफ पुलिस का साथ दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब की जनता अब जाग चुकी है और नशा खत्म करने की इस लड़ाई में मजबूती से साथ खड़ी है।
नशा करने वालों का इलाज भी कराया जा रहा
शुभम अग्रवाल ने यह भी बताया कि जो लोग पहले नशे की गिरफ्त में आ चुके हैं, उन्हें भी इस मुहिम का हिस्सा बनाया जा रहा है। 182 नशा करने वाले व्यक्तियों को प्रेरित कर उनका इलाज डी-एडिक्शन सेंटर्स के जरिए करवाया जा रहा है। यह एक मानवीय पहल है, जिससे ऐसे लोगों को दोबारा सामान्य जीवन जीने का मौका मिल रहा है।
गांव स्तर पर बनाई गईं डिफेंस कमेटियां
नशे के खिलाफ इस जंग को मजबूत करने के लिए ज़िले में 434 गांव स्तर की डिफेंस कमेटियां और 90 वॉर्ड स्तर की डिफेंस कमेटियां बनाई गई हैं। ये कमेटियां समाज में निगरानी रखने और नशे से जुड़ी गतिविधियों की सूचना पुलिस तक पहुंचाने का काम कर रही हैं।
फतेहगढ़ साहिब ज़िले में पुलिस और आम जनता के बीच बेहतर तालमेल और मिलकर काम करने की भावना से साफ है कि नशा अब ज्यादा समय तक टिक नहीं पाएगा। arrests, जागरूकता और इलाज—इन तीनों मोर्चों पर की जा रही मजबूत कार्रवाई पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।