कलाकार से मुख्यमंत्री तक: भगवंत मान बोले – विरोधी पचा नहीं पा रहे मेरी कामयाबी

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चंडीगढ़ में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान पंजाब सरकार द्वारा चुने गए 257 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे। इस मौके पर उन्होंने सरकार की उपलब्धियों का ज़िक्र किया और विरोधी दलों, खासकर अकाली दल पर जमकर निशाना साधा।
सीएम मान ने अपने भाषण में अकाली नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मजीठिया ने वैसाखी के मौके पर जलियांवाला बाग में गोली चलवाने वाले जनरल डायर के गले में सिरोपा डाला था और उसे अपने घर डिनर पर भी बुलाया था। मान ने कहा, “इतिहास गवाह है कि कैसे कुछ लोगों ने अंग्रेजों के साथ मेलजोल रखा और आज वही लोग हमें राष्ट्रभक्ति का पाठ पढ़ाते हैं।”
भगवंत मान ने अपनी आलोचना करने वालों को जवाब देते हुए कहा कि अक्सर लोग कहते हैं कि मैं सारा दिन नशे में रहता हूं। इस पर व्यंग्य करते हुए उन्होंने कहा, “अगर मैं वाकई दिन-रात नशे में रहता होता तो मेरा लिवर अब तक खराब हो गया होता। क्या मैंने गोबिंदगढ़ से लोहे का लिवर लगवाया है?” उन्होंने यह बात मज़ाकिया अंदाज़ में कही, जिससे वहां मौजूद लोग भी मुस्कुरा उठे।
मुख्यमंत्री ने अकाली दल के अंदरूनी झगड़ों की ओर भी इशारा किया। उन्होंने कहा कि मजीठिया और सुखबीर बादल के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा है और दोनों की आपसी बनती नहीं है। उन्होंने यह भी दावा किया कि हरसिमरत कौर बादल और मजीठिया भी एक-दूसरे से दूरी बना चुके हैं।
मान ने कहा कि पैसा इंसान को बदल देता है और सत्ता में रहने के दौरान कुछ लोगों ने बस अपने फायदे के लिए काम किया। “मैं ये बातें पहले नहीं बताता था, लेकिन अब वक्त आ गया है कि जनता को सच्चाई बताई जाए,” उन्होंने कहा।
अपने कलाकार होने पर टिप्पणी करते हुए सीएम भगवंत मान ने कहा, “कलाकार होना कोई बुरी बात नहीं है। लोग कलाकारों को सुनने और देखने के लिए पैसे खर्च करते हैं। पर यहां तो कुछ लोग कलाकारों को ही नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं।”
कुल मिलाकर, मुख्यमंत्री भगवंत मान का यह कार्यक्रम न केवल युवाओं के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक था, बल्कि उन्होंने विरोधियों को भी करारा जवाब दिया।