पिछले एक हफ्ते में सोने और चांदी की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के अनुसार, 16 नवंबर को 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत 73,739 रुपये थी, जो 23 नवंबर को बढ़कर 77,787 रुपये हो गई। इस अवधि में सोने की कीमत में 4,048 रुपये का इजाफा हुआ है।
इसी तरह, चांदी की कीमत 16 नवंबर को 87,103 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जो अब बढ़कर 90,850 रुपये हो गई। इस दौरान चांदी की कीमत में 3,747 रुपये का उछाल दर्ज किया गया। हालांकि, 23 अक्टूबर को चांदी ने 99,151 रुपये का उच्चतम स्तर छुआ था, जबकि 30 अक्टूबर को सोने ने 79,681 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार किया था।
देश के चार बड़े शहरों में सोने की कीमतें
- दिल्ली:
- 22 कैरेट: 73,150 रुपये (10 ग्राम)
- 24 कैरेट: 79,790 रुपये (10 ग्राम)
- मुंबई:
- 22 कैरेट: 73,000 रुपये (10 ग्राम)
- 24 कैरेट: 79,640 रुपये (10 ग्राम)
- कोलकाता:
- 22 कैरेट: 73,000 रुपये (10 ग्राम)
- 24 कैरेट: 79,640 रुपये (10 ग्राम)
- चेन्नई:
- 22 कैरेट: 73,000 रुपये (10 ग्राम)
- 24 कैरेट: 79,640 रुपये (10 ग्राम)
कीमतों में इजाफे के प्रमुख कारण
- आर्थिक अनिश्चितता और निवेश में वृद्धि
वैश्विक संकट या आर्थिक मंदी के समय सोने को सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता है। भारतीय और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों ने अपनी पूंजी सोने में लगानी शुरू कर दी है, जिसके चलते इसकी मांग और कीमत दोनों बढ़ गई हैं। - अंतरराष्ट्रीय भू-राजनीतिक हालात
अमेरिका द्वारा यूक्रेन को रूस के खिलाफ मिसाइल इस्तेमाल की अनुमति देने से युद्ध का खतरा बढ़ गया है। इससे सोने और चांदी की कीमतों में इजाफा हुआ है। - बाजार में निवेशकों का रुझान
चांदी की मांग भी बढ़ी है, जिससे उसकी कीमतों में उछाल देखा गया है। संकट के समय निवेशक चांदी को भी एक सुरक्षित विकल्प मानते हैं।
भविष्य की संभावना
विशेषज्ञों का मानना है कि जनवरी 2024 के बाद, जब डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभाल सकते हैं, तब युद्ध की संभावना कम हो सकती है। इसके चलते सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट आ सकती है।
सर्टिफाइड सोना खरीदने की सलाह
हमेशा ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) हॉलमार्क वाला प्रमाणित सोना ही खरीदें। हॉलमार्क वाले सोने पर 6 अंकों का यूनिक नंबर (HUID) होता है, जिससे सोने की शुद्धता की गारंटी मिलती है।
निवेशकों के लिए सुझाव
सोने और चांदी में निवेश करने से पहले मौजूदा बाजार स्थिति और संभावित जोखिमों पर ध्यान दें। संकट के समय सोना सुरक्षित विकल्प हो सकता है, लेकिन कीमतों में गिरावट की संभावना को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।