
पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने नशे की समस्या को खत्म करने के लिए सभी लोगों से सक्रिय रूप से आगे आने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ पंजाब की नहीं, बल्कि पूरे देश की समस्या है और इससे लड़ने के लिए इसे जन आंदोलन में बदलना जरूरी है।
राज्यपाल ने इस मुहिम को और मजबूत करने के लिए 3 अप्रैल से 8 अप्रैल तक गुरदासपुर और अमृतसर जिलों में पदयात्रा करने की घोषणा की। इस यात्रा के दौरान वे गांवों और शहरों के लोगों से मिलकर उन्हें नशे के खिलाफ जागरूक करेंगे और इस आंदोलन में शामिल होने के लिए प्रेरित करेंगे।
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3 अप्रैल से शुरू होगी पदयात्रा – जानिए पूरा शेड्यूल
इस 6 दिवसीय पदयात्रा की शुरुआत 3 अप्रैल को गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक स्थित श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर से होगी और अलग-अलग स्थानों से गुजरते हुए 8 अप्रैल को जलियांवाला बाग में समाप्त होगी।
यात्रा का पूरा कार्यक्रम:
✔ 3 अप्रैल – डेरा बाबा नानक (करतारपुर साहिब कॉरिडोर) से सेंट फ्रांसिस कॉन्वेंट स्कूल तक
✔ 4 अप्रैल – बदेशा मैरिज पैलेस से एसडी कॉलेज फॉर गर्ल्स, फतेहगढ़ चूड़ियां तक
✔ 5 अप्रैल – गुरु हरकृष्ण पब्लिक स्कूल, नवां पिंड से गुरु रामदास कॉलेज ऑफ नर्सिंग एंड मेडिकल साइंसेज, पंधेर गांव तक
✔ 6 अप्रैल – ऑक्सफोर्ड स्कूल, मज्जूपुरा से एसबीएस नर्सिंग एंड मेडिकल साइंसेज, चेतनपुरा तक
✔ 7 अप्रैल – सर्किट हाउस, अमृतसर से रामबाग गार्डन, महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा तक
✔ 8 अप्रैल – भंडारी पुल से जलियांवाला बाग तक
हर दिन यात्रा सुबह 7 बजे शुरू होगी और विभिन्न स्थानों पर जाकर लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया जाएगा।
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सभी वर्गों की भागीदारी जरूरी – राज्यपाल
गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि नशे को जड़ से खत्म करने के लिए सिर्फ सरकार के प्रयास ही काफी नहीं हैं। इसके लिए समाज के हर वर्ग को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने विशेष रूप से शिक्षकों, धार्मिक नेताओं, बुद्धिजीवियों और आम जनता से इस अभियान में शामिल होने की अपील की।
उन्होंने कहा,
“जब तक पूरा समाज एकजुट नहीं होगा, तब तक यह लड़ाई पूरी तरह सफल नहीं होगी। इसलिए, हर व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी और युवाओं को नशे से बचाने के लिए कदम उठाने होंगे।”
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मीडिया की भूमिका अहम
राज्यपाल ने मीडिया से भी इस अभियान में सक्रिय सहयोग देने की अपील की। उन्होंने कहा कि मीडिया समाज का चौथा स्तंभ है और उसकी मदद से इस अभियान को हर गांव और हर शहर तक पहुंचाया जा सकता है। उन्होंने विश्वास जताया कि मीडिया जागरूकता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगा।
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एकजुट होकर लड़ना होगा – पंजाब ही नहीं, पूरे देश की समस्या
गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि नशे की लत सिर्फ पंजाब की नहीं, बल्कि पूरे देश की समस्या है। उन्होंने कहा कि हमें अपने देश, समाज और बच्चों को बचाने के लिए मिलकर प्रयास करने की जरूरत है। अगर हम लगातार कोशिश करते रहे, तो एक दिन निश्चित रूप से इस लड़ाई में जीत हमारी होगी।
उन्होंने कहा कि पंजाब की पवित्र भूमि से इस अभियान को शुरू करना एक प्रेरणादायक कदम है और उम्मीद है कि यह पूरे देश में एक बड़ा बदलाव लाने में मदद करेगा।
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नशे के खिलाफ जंग – हर व्यक्ति की जिम्मेदारी
राज्यपाल की इस पहल से पंजाब में नशे के खिलाफ एक मजबूत आंदोलन खड़ा होने की उम्मीद है। अगर समाज के हर वर्ग ने इसमें भाग लिया, तो यह अभियान युवाओं को नशे से बचाने में सफल साबित होगा।
अब देखना होगा कि इस पदयात्रा का जनता पर कितना असर पड़ता है और लोग इस अभियान से कितनी बड़ी संख्या में जुड़ते हैं।