बिहार में आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं के लिए राज्य सरकार ने बड़ी सौगात देने की तैयारी की है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने इनके रिटायरमेंट के बाद वित्तीय सहायता प्रदान करने का विचार किया है। सूत्रों के मुताबिक, सरकार एक नई योजना के तहत रिटायरमेंट के समय सेविका और सहायिका को एकमुश्त सहायता राशि देने पर विचार कर रही है।
एक लाख से डेढ़ लाख रुपये तक की सहायता
समाज कल्याण विभाग ने इस योजना का मसौदा तैयार कर लिया है। प्रस्तावित योजना के तहत, प्रत्येक रिटायर होने वाली आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका को एक लाख से डेढ़ लाख रुपये तक की एकमुश्त राशि दी जाएगी। इस राशि का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सेवावानिवृत्त कर्मचारियों को उनके भविष्य के जीवनयापन में कोई कठिनाई न हो।
नीतीश कैबिनेट में होगा निर्णय
यह प्रस्ताव जल्द ही नीतीश कैबिनेट के समक्ष पेश किया जाएगा। उम्मीद है कि इसी महीने इसे मंत्रिमंडल की मंजूरी मिल जाएगी। इस योजना से प्रदेश की हजारों आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं को फायदा होगा, जिन्होंने सालों तक अपनी सेवाएं देकर बच्चों और महिलाओं के पोषण, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में योगदान दिया है।
सेविकाओं और सहायिकाओं की लंबे समय से मांग
आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं की यह लंबे समय से मांग रही है कि उन्हें सेवा निवृत्ति के बाद आर्थिक सुरक्षा प्रदान की जाए। सरकार के इस कदम से इनकी वर्षों की मेहनत को सम्मान मिलेगा।
समाज कल्याण विभाग की बड़ी पहल
समाज कल्याण विभाग ने इस योजना को साकार करने के लिए विस्तृत मसौदा तैयार किया है। विभाग का मानना है कि यह योजना सेविकाओं और सहायिकाओं के प्रति सम्मान और आभार प्रकट करने का एक माध्यम होगी।
इस योजना के लागू होने से आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं के भविष्य को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही यह पहल राज्य सरकार के महिला सशक्तिकरण और सामाजिक कल्याण के प्रयासों को भी मजबूत करेगी। अब सबकी नजरें इस महीने होने वाली कैबिनेट बैठक पर हैं, जहां इस प्रस्ताव को हरी झंडी मिलने की उम्मीद है।